अजब ग़जब

शौचालय के कारण ससुराल छोड़ मायके गई दुल्हन, पति से कह दिया लेने तभी आना जब… 

घर में शौचालय ना होने पर दुल्हन अपने मायके लौट आई। फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा में आपने देखा ही होगा कि अक्षय कुमार को भूमि पेडनेकर पसंद आ जाती है और वे उनसे शादी कर लेते हैं। शादी के बाद जब भूमि को पता चलता है कि उनके ससुराल में शौचालय नहीं है तो वे अपने ससुराल को छोड़ कर मायके चले जाती हैै। और पति से भी साफ कह देती है कि जब घर में शौचालय बन जाए तभी मायके लेने आना।

यह कहानी तो आपने फिल्मी परदे पर देखी ही होगी। लेकिन इस कहानी को सच इस नवविवाहिता दुल्हन ने कर दिखाया है। यह मामला उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का है। सरकार भले ही घर घर शौचालय बनाने की बात कह रही हो लेकिन अब भी गांवों में कई घर ऐसे हैं जहां घर में शौचालय बनाने को लेकर लोगों को जागरुक करना बाकी है।

शौचालय नहीं तो मायके चले गई नई नवेली दुल्हन

इसी तरह अलीगढ़ में भी कई घरों में अब भी शौचालय बनाना बाकी हैै। अलीगढ़ के इस घर में शौचालय ना होने के कारण नई नवेली दुल्हन अपने मायके चली गई। दरअसल अलीगढ़ के जट्टारी मोहल्ले में यह मामला देखा गया है। यहां गज्जो नाम के निवासी के बेटे कमल की पत्नी उन्हें इसलिए छोड़ कर चली गई क्योंकि उसके घर में शौचालय नहीं था।

असल में गज्जों बहुत ही गरीब परिवार से आता है। गज्जों और कमल मजदूरी और कबाड़ बीन कर अपना घर चलाते हैं। वे एक कमरे के घर में किसी तरह अपना गुजर बसर कर लेते हैं। दो महीने पहले ही कमल की शादी गज्जों ने प्रयागराज के गांव तकीपुर रहने वाली लड़की खुशी से की।

खुले में शौच से आती थी शर्म

ससुराल आने के बाद जब खुशी को पता चला कि यहां शौचालय ही नहीं है तो कुछ दिन तो खुशी ने बाहर खुले में खुशी ने एडजस्ट कर लिया, खुशी ने अपनी पति से कह दिया कि उसे खुले में शौच करने में शर्म आती है वे पहले कभी भी खुले में नहीं गई है। ऐसे में खुले में शौच करने से परेशान होकर खुशी ने अपने ससुराल में शौचालय ना होने के कारण अपने मायके चले जाने का मन बना लिया। खुशी ने कमल से कहा कि जब वे घर में शौचालय बना लेंगे। तभी उन्हें लेने मायके आए।

पढ़े लिखे ना होने के कारण नहीं मिली कोई सरकारी सुविधा

गज्जों का कहना है कि वे और उनका बेटा कमल अशिक्षित है जिसके कारण उन्हें सरकार के द्वारा दिए जानी वाली सुविधा नहीं मिल सकी। दोनों का अब तक ना तो आधार कार्ड बनाया गया है ना ही उनके पास राशन कार्ड है। ऐसे में सरकार की ओर से बनने वाली मुफ्त शौचालय के लाभ से भी वह वंचित ही रह गए हैं। हालांकि मामले को जानने के बाद गांव के समाजसेवी प्रदीप बंसल ने गज्जो के घर शौचालय बनाने का काम शुरु कर दिया।

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