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बिहारी बाबू को दिल दे बैठी फ्रांस की लड़की, सात समुंदर पार कर पहुंची मुंगेर फिर लिए सात फेरे

ऐसा कहा जाता है कि प्यार करने वाले अपने प्यार को पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं। यहां तक कि अगर दुनिया से लड़ने की भी बात आए, तो वह अपने प्यार के लिए दुनिया से भी लड़ जाते हैं। हम सभी लोगों ने बहुत से प्रेम कहानियां सुनी होगी लेकिन आज हम आपको जिस प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, इन दिनों इसकी खूब चर्चा हो रही है।

दरअसल, हम आपको जिस प्रेम कहानी के बारे में बता रहे हैं यह बिहार के मुंगेर से सामने आई है। यहां एक देसी दूल्हा और विदेशी मैम की शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। वैलेंटाइन के महीने में हुई इस शादी को लोग प्यार की जीत बताते हुए नजर आ रहे हैं। दुल्हन विदेशी है, तो दूल्हा देसी है, जिसकी वजह से इस प्रेम की कहानी खूब चर्चा में है।

फ्रांस की लड़की का आया बिहारी बाबू पर दिल

दरअसल, ऐसा बताया जा रहा है कि रणवीर कुमार जो मुंगेर के ईस्ट कॉलोनी थाना क्षेत्र के मुंगरौरा मस्जिद गली के रहने वाले हैं। उनको फ्रांस की लड़की अपना दिल दे बैठी थी। रणवीर कुमार और फ्रांस की लड़की एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे। फ्रांस की इस लड़की का नाम शर्लिन है। जब यह दोनों एक दूसरे से मोहब्बत करने लगे तो साथ जीने मरने की कसमें खाई।

मुंगेर के रणवीर कुमार से शादी करने के लिए उनकी प्रेमिका शर्लिन फ्रांस से भारत अपने परिवार के साथ पहुंच गई। रजिस्टार ऑफिस में दोनों ने अपने परिवार वालों के सामने शादी की और सात जन्मों के लिए एक-दूजे के हो गए।

फ्रांस में हुआ प्यार, बिहार में हुई शादी

आपको बता दें कि रणवीर कुमार ने चेन्नई से मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई की है। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह फ्रांस के लिए रवाना हो गए थे। वहीं साल 2015 में फ्रांस में पढ़ाई के दौरान ही रणवीर कुमार से शर्लिन को मोहब्बत हो गई थी। दरअसल, फ्रांस में रणवीर कुमार जिस कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे उसके पास में ही एक कॉलेज में ग्राफिक्स डिजाइनर की पढ़ाई शर्लिन कर रही थीं।

दोनों का कॉलेज कैंपस पास में ही था। इन दोनों की मुलाकात यहीं पर हुई थी। इसके बाद यह दोनों अच्छे दोस्त बने और दोस्ती प्यार में कब तब्दील हो गई उनको खुद मालूम नहीं हुआ, जिसके बाद इन दोनों ने ही पूरी जिंदगी साथ रहने की कसमें खाई।

प्यार में रुकावट बना था कोरोना

अब समस्या यहां पर खड़ी हो गई कि दोनों के मिलने में कोरोना रुकावट पैदा करने लगा। जब कोरोना की पहली लहर आई तो उसके बाद रणवीर कुमार 2020 में भारत वापस लौट कर आ गए थे। वहीं पिछले 2 साल से शार्लीन फ्रांस में रणवीर के आने का इंतजार कर रही थीं, लेकिन कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता ही चला गया, जिसके चलते रणवीर फ्रांस वापस नहीं लौट पाए, जिसके चलते दोनों का विवाह नहीं हो पाया।

इसके बाद शर्लिन ने भारत आने का फैसला कर लिया। जिसके लिए उन्होंने अपने परिवार वालों को मनाया। शर्लिन ने अपने परिवार वालों को सारी बात बता दी कि वह भारत के लड़के से प्यार करती हैं और वह विवाह के बंधन में बंधकर सारी जिंदगी उन्हीं के साथ गुजारना चाहती हैं। वहीं शर्लिन के परिवार वाले भी उनकी बात मान गए और बाद में वह अपनी मम्मी और पापा के साथ 10 फरवरी को फ्रांस से रांची पहुंच गईं।

रजिस्टार ऑफिस में हुई शादी

आपको बता दें कि शर्लिन की यह इच्छा थी कि वह वैलेंटाइन डे के दिन रणवीर से शादी करें परंतु जब वह फ्रांस से भारत आईं तो उनको 7 दिनों तक क्वारेंटाइन में रहना पड़ा जिसकी वजह से शादी 14 फरवरी को नहीं हो पाई थी। क्वारेंटाइन में रहने के बाद जब दोनों को परिवार की मंजूरी मिली तो उसके बाद मुंगेर रजिस्टार ऑफिस में शादी की अर्जी उन्होंने दी।

तब 18 फरवरी 2022 की तारीख मिली। शर्लिन और रणवीर दोनों का परिवार शुक्रवार को कोर्ट मैरिज करने के लिए प्रबंधन कार्यालय पहुंचा। इसके बाद निबंधन पदाधिकारी सत्यनारायण चौधरी के सामने शर्लिन और रणवीर विवाह के बंधन में बंधकर हमेशा हमेशा के लिए एक-दूजे के हो गए।

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