अजब ग़जब

8 हजार महीने की सैलरी कमाता था सेल्समैन, रेड पड़ी तो संपत्ति देख कर ऑफिसर के होश उड़ गए

आपने भी अपने पास ऐसे कई लोगों को देखा ही होगा जो कि अपनी कम आमदनी के बाद भी किसी लग्जरी लाइफ से कम नहीं जिंदगी जीते। ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के देवास से भी सामने आया है। जहां मात्र आठ हजार रुपए कमाने वाला सेल्समैन करोड़ों रुपयों का मालिक निकला। इस बात का खुलासा तब हुआ जब आर्थिक अन्वेषण प्रकोष्ट ने इस शख्स के घर छापेमारी की।

8 हजार महीना की कमाई करता सेल्समैन

कई दिनों ने इस शख्स के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की खबर सामने आ रही थी। ऐसे में ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने इस शख्स के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इसके घर पर छापेमारी की। कन्नौद इलाके में रहने वाले इस शख्स का नाम गोविंद बागवान बताया जा रहा है।

गोविंद सालों से सोसायटी सेल्समैन की नौकरी कर रहा है। ऐेसे में उसकी आय मात्र आठ हजार महिना ही है। लेकिन छानबीन के दौरान मालूम हुआ कि गोविंद के पास तो करोड़ों की संपत्ति हैै। औरर उसकी यह संपत्ति उसके काले धन की कमाई से अर्जित की गई है। सहकारी समिति में काम करने वाले गोविंद ने सालों से भ्रष्टाचार के जरिए करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की।

दो दर्जन अधिकारियों ने की थी छापेमारी

असल में गोविंद इस सहकारी समिति में साल 1993 में भर्ती हुआ था। जिस दौैरान उसकी आय केवल पांच सौ रुपए महीना थी जो कि बढ़ते बढ़ते अब आठ हजार रुपए प्रति माह हो गई। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक ईओडब्ल्यू की उज्जैन की टीम ने मंगलवार सुबह गोविंद के घर छापेमारी शुरु कर दी। इस दौरान टीम में करीब दो दर्जन अधिकारी आए।

तीन करोड़ से भी ज्यादा की निकली संपत्ति

इस कार्रवाई में अधिकारियों को गोविंद के घर से 47 बीघा जमीन, डोकाकुई गांव में चार मकान, एक ट्रेक्टर, सोने चांदी के जेवरात और साथ ही बैंक खाते और एलआईसी सहित अन्य कई तरह के दस्तावेज हाथ लगे हैं। जिसका जोड़ करने के बाद टीम को मालूम हुआ है कि गोविंद के पास उसकी काली कमाई के 3 करोड़ 48 लाख 6 हजार 685 रुपए की संपत्ति हैं।

टीम के एक अधिकारी अजय कैथवास ने मीडिया को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस जमीन को गोविंद ने कुछ साल पहले ही खरीदा है। जो कि उसे करीब 20 से 25 लाख रुपए में पड़ी थी। गोविंद ना सिर्फ भ्रष्टाचार ममें लिप्त है बल्कि वह बहुत ही शातिर भी है। उसने जमीन अपने दो बेटों के नाम रखी।

बेटों के दस्तावेजों में भी की छेड़छाड़

इतना ही नहीं गोविंद ने अपने बेटों के दस्तावेजों में भी हेरफेर कर उनके पिता के रुप में अपने ही बड़े भाई का नाम दर्ज करवाया था। जिससे की उसकी संपत्ति पर किसी तरह से कोई शक ना आए। सिर्फ यहीं नहीं गोविंद पहले भी अपने इन बूरे कामों के चलते लोगों के सामने आ चुका है। गोविंद ने पहले भी किसानों के लोन के नाम पर भी गड़बड़ी कर चुका है। जिसके लिए उसे जेल भी हो चुकी है।

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