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यूक्रेन जंग में फंसी हरियाणा की बेटी का भारत आने से इंकार, बोली – “मैं जिंदा रहूं या ना रहूं..

रूस ने अचानक ही यूक्रेन पर हमले का ऐलान कर दिया, जिसके बाद ही पूरी दुनिया में अफरा तफरी मची हुई है। लोग रूस की इस बर्बरता की काफी निंदा कर रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग में हजारों लोगों की जिंदगियां तबाह हो चुकी है। युद्धग्रस्त यूक्रेन से सैकड़ों हजारों लोग भागने का प्रयास कर रहे और शरण के लिए दूसरे देशों में जाने की कोशिश में लगे हुए हैं। वहीं भारतीय छात्र लगातार वतन लौटने की उम्मीद लगाए बैठे हुए हैं।

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान बड़ी संख्या में लाखों विदेशी छात्र भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं जिनमें से भारत के छात्रों की संख्या भी काफी अधिक है। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के घर वालों का तो रो-रोकर बुरा हाल हो रखा है। लगातार भारत सरकार अपने छात्रों को वहां से वापस निकालने के लिए अभियान चला रही है और छात्रों का एक ग्रुप सुरक्षित वापस भी अपने वतन लौट चुका है।

लेकिन यूक्रेन के इस भयानक मंजर में फंसी एक भारतीय छात्रा ने अपनी इंसानियत से लोगों की आंखें नम कर दी है। दरअसल, हरियाणा की एक बेटी ने घर लौटने से इनकार कर दिया है जबकि उसे अन्य छात्रों की तरह अपने घर लौटने का मौका भी मिला था।

यूक्रेन में फंसी हरियाणा की लड़की ने घर लौटने से किया इनकार

आपको बता दें कि भारत की छात्रा यूक्रेन के एक घर में किराए पर रहती हैं। उस घर के मकान मालिक ने अपने देश की रक्षा करने के लिए यूक्रेन सेना के साथ मिलकर हथियार उठाने का निर्णय लिया है परंतु वह अपने पीछे एक परिवार जिसमें उनकी पत्नी और तीन बच्चे हैं उन्हें छोड़ गए हैं। यह लड़की यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। यह हरियाणा की रहने वाली है। इस लड़की को अपने देश वापस लौटने का मौका मिला परंतु युद्धग्रस्त यूक्रेन को छोड़ने से इनकार कर दिया।

भारत की इस बेटी ने मकान मालिक के परिवार की देखरेख का उठाया जिम्मा

हरियाणा के चरखी दादरी जिले की एक टीचर ने यह बताया कि भारत की मेडिकल स्टूडेंट नेहा ने अपनी मां से कहा कि “मैं जिंदा रहूं या ना रहूं, लेकिन मैं इन बच्चों और इनकी मां को इस हालत में नहीं छोडूंगी।’ अब भारत की इस बिटिया ने अपने मकान मालिक के परिवार की देखरेख का जिम्मा उठाया है। ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, नेहा ने अपने दोस्तों से बात की और उसने यह कहा कि हमें लगातार बाहर धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है, लेकिन अभी तक हम ठीक हैं।

एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए गई थीं कीव

आपको बता दें कि नेहा कीव में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए गई हुई थीं। नेहा के पिता भारतीय सेना में थे। दो साल पहले उन्होंने अपने पिता को खो दिया। पिछले साल नेहा को यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए एडमिशन मिला था। जब वह वहां पर गईं तो हॉस्टल में उन्हें सुविधा नहीं मिली, जिसके चलते उन्होंने एक इंजीनियर के घर पर किराए का मकान लिया और उसी में उनके परिवार के साथ रहने लगी थीं।

नेहा की मां की दोस्त सविता जाख के द्वारा ऐसा बताया गया कि नेहा मकान मालिक के बच्चों के साथ घुल-मिल गई। देश में बढ़ते तनाव को देखते हुए उसे देश छोड़ने की सलाह दी गई थी। वहीं नेहा की मां ने उसकी निकासी के लिए कोशिश की। नेहा को यूक्रेन से रोमानिया आने का मौका भी मिला था लेकिन उसने मना कर दिया था।

फिलहाल 17 वर्षीय नेहा अपने मकान मालिक की पत्नी और 3 बच्चों के साथ एक बंकर में छुपी हुई है। इस प्रकार के तनावपूर्ण हालात में उस परिवार के साथ नेहा ने रुकने का फैसला किया है।

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