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देश में पहली बार पुरुषों से ज्यादा हुई महिलाओं की आबादी, अमेरिका और ब्रिटेन को भी पछाड़ा

दुनियाभर में आज यानी 8 मार्च को अतंरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है। हर कोई आज के दिन महिलाओं के सम्मान और उनकी समानता की बाते करता नजर आएगा। ऐसे में पहली बार ऐसा हुआ हैं जब हमारे देश में महिलाओं की आबादी पुरुषों से ज्यादा हो। जी हां हमारे देश में आजादी के बाद ये पहला मौका है, जब औरतों की संख्या मर्दों से अधिक हो गई हैं।

आंकड़ो के मुताबिक देखा जाए तो राष्ट्रीय परिवार और हेल्थ सर्वे-5 के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में बताया गया है कि देश में प्रति 1,000 पुरुषों पर 1,020 महिलाएं हो गई हैं। जबकि इससे पहले साल 2015 में ये आंकड़ा प्रति 1000 पुरुषों पर 991 महिलाओं का था। सबसे पहले सर्वे के मुताबिक देश में हर 1000 पुरुषों में 946 महिलाएं थी। जबकि अब यह आंकड़ा पुरुषों से आगे निकल आया हैै।

आपको बता दें कि पहले हमारे देश में लड़कियों के जन्म से पहले ही उन्हें मार दिया जाता था। लेकिन बीते कुछ महीनों से कन्या भ्रूण हत्या पर नकेल कसने के बाद अब पहली बार देश में महिलाओं की आबादी पुरुषों से ज्यादा देखी गई है। इस सर्वे के मुताबिक महिलाओं की आबादी का रेश्यो शहरों से ज्यादा गांवों में हैं। इस सर्वे के बताया गया है कि गांवों में प्रति 1,000 पुरुषों पर 1,037 महिलाएं हैं जबकि शहरों में ये गिनती 1000 पुरुषों पर 985 महिलाओं की हैं।

सेक्स रेश्यो में ही सुधार

गांवों में इससे पहले भी महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा रही है। इससे पहले हुए चौथे नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक गांवों में 1,000 पुरुषों की तुलना में 1,009 महिलाएं थीं। जबकि इस दौरान शहरों में महिलाओं का आंकड़ा 956 का था। सर्वे की माने तो ऐसा इसलिए मुमकिन हो पाया है। क्योंकि देश में इस बार लड़को के मुकाबले ज्यादा लड़कियों का जन्म हुआ हैं।

यहीं वजह है कि देश में सेक्स रेश्यो में सुधार आया है। वहीं अगर बात करें साल 2015-16 के सर्वे की तो इस समय जन्म लेने वाले 1000 लड़कों में 919 लड़कियों का अनुपात रहा हैं। जो कि अब 929 लड़कियों का हो गया है।

देश में महिलाओं की समानता के प्रति जागरुकता पहले से ज्यादा बढ़ी है। यहीं वजह है कि अब आबादी के साथ ही महिलाओं में दूसरे क्षेत्रों में भी समानता हासिल कर रही है। इस सर्वे के मुताबिक शिक्षा के क्षेत्र से लेकर काम के क्षेत्रों में भी महिलाओं ने पहले ये ज्यादा समानता पाई हैं।

पढ़ाई और काम में भी आगे हैं महिलाएं

सर्वे में विज्ञान और गणित के ग्रेजुएट्स में महिलाओं की हिस्सेदारी 43 फीसदी रही हैं। जबकि यह आंकड़ा विकसित देशों के आंकड़े से भी ज्यादा रहा हैैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक विज्ञान और गणित के ग्रेजुएट्स में महिलाओं की हिस्सेदारी अमेरिका में 34 फीसदी, ब्रिटेन में 38 फीसदी और जर्मनी में मात्र 27 फीसदी ही रही हैं। पढ़ाई के अलावा नए स्टार्टअप को लेकर भी महिलाओं तादाद बढ़ी है। सर्वे के मुताबिक हमारे देश में रजिस्टर्ड 50 हजार स्टार्टअप्स में से लगभग 45 फीसदी नए स्टार्टअप महिलाओं द्वारा संचालित हैं।

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