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हेमा मालिनी और उनकी बेटियों की धर्मेंद्र के घर है ‘नो एंट्री’, सनी की मदद से ईशा ने तोड़ी परंपरा

बॉलीवुड की मशहूर देओल फैमिली काफी सुर्खियों में रही हैं। कहने को ये फैमिली काफी बड़ी हैं। धर्मेंद्र पाजी ने दो शादियां की। पहली शादी प्रकाश कौर से की थी जिसे उन्हें 4 बच्चें है। सनी देओल, बॉबी देओल, विजेता देओल और अजेता देओल है। वहीं दूसरी शादी एक्ट्रेस हेमा मालिनी से रचाई थी जिनसे उन्हें दो बेटियां है जिनका नाम है ईशा देओल और अहाना देओल।

धर्मेंद्र के घर हेमा और उनकी बेटियों की थी नो एंट्री

धर्मेंद्र के लिए उनके सभी छह बच्चे एक समान हैं। वह सभी को एक-जैसा ही प्यार देते हैं। लेकिन क्या आप यह बात जानते हैं कि धर्मेंद्र की दूसरी शादी के बाद हेमा और उनकी बेटियों को धर्मेंद्र के घर में एंट्री की इजाजत नहीं थी।

जी हां… हेमा और उनकी दोनों बेटी ईशा और अहाना अपने पिता धर्मेंद्र के घर नहीं जा सकती थीं। लेकिन साल 2015 में ईशा ने धर्मेंद्र के परिवार एक एक सदस्य की मदद से यह परंपरा तोड़ दी।

दूसरी फैमिली को डिस्टर्ब नहीं करना चाहती थीं हेमा

धर्मेंद्र के घर कभी नहीं जाने की बात पर हेमा मालिनी का कहना है कि, उन्होंने धर्मेंद्र से शादी जरूर की थी, लेकिन वे उनकी दूसरी फैमिली को डिस्टर्ब नहीं करना चाहती थीं। हेमा ने कहा था कि, ‘मैं किसी को डिस्टर्ब नहीं करना चाहती थी। धरमजी ने मेरे और मेरी बेटियों के लिए लिए जो किया, मैं उसमें खुश हूं।

dharmendra and hema malini

उन्होंने एक पिता की भूमिका बखूबी निभाई। आज मैं काम करती हूं और अपनी डिग्निटी को मेंटेन करने में सक्षम हूं। क्योंकि मैंने अपनी जिंदगी को आर्ट और कल्चर से जोड़ लिया है। मुझे लगता है कि अगर सिचुएशन इससे थोड़ी भी अलग होती तो मैं आज वहां न होती, जहां हूं।’

धर्मेंद्र के घर से 5 मिनट की दूरी पर है हेमा का बंगला

भले ही हेमा का बंगला ‘आदित्य’ धर्मेंद्र के 11th रोड हाउस पर स्थित बंगले से 5 मिनट की दूरी पर है। लेकिन उनकी बेटी ईशा को वहां तक पहुंचने में करीब 34 साल लग गए। ईशा का जन्म 1981 में हुआ था और वो अपने पापा के घर 2015 में गईं।

सूत्रों के मुताबिक, 2015 में धर्मेंद्र के भाई और अभय देओल के पिता अजीत देओल की तबीयत बेहद खराब हो गई थी। ईशा उनसे मिलना चाहती थीं क्योंकि वह अहाना और उन्हें बेहद चाहते थे।

इस तरह धर्मेंद्र के घर गई थीं ईशा

जानकारी के मुताबिक, फिर ईशा ने अपने सौतेले भाई सनी देओल को फोन लगाया। सनी ने ईशा को घर ले जाकर अजीत देओल से मुलाकात करवा दी। ना सिर्फ अजित बल्कि ईशा इस दौरान सनी देओल की मां प्रकाश कौर से भी मिलीं। ईशा ने उनके पैर भी छुए और प्रकाश कौर ने भी ईशा को ढेर सारा आशीर्वाद दिया। हालांकि,कुछ महीनों की बीमारी के बाद 23 अक्टूबर 2015 को अजीत सिंह देओल का निधन हो गया।

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