मस्जिदों से लाउड स्पीकर उतारने की गई मांग, थाने के गेट पर हिन्दू युवा वाहिनी का हंगामा

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के थाना मुरादनगर में हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की है। इसी के चलते बीते शुक्रवार शाम थाना परिसर में इन्होंने जमकर हंगामा किया और साथ में हनुमान चालीसा भी पढ़ा। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि तय मानकों के अनुसार लाउड स्पीकर का इस्तेमाल करें ताकि आसपास रहने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना ना करना पड़े।
दरअसल, मुरादनगर में धार्मिक स्थलों पर स्पीकर लगे हुए हैं जो दिन-रात तेज आवाज में बजते रहते हैं और उनकी तेज ध्वनि से आसपास रहने वाले लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वही पढ़ने वाले बच्चे भी ठीक से पढ़ नहीं पाते हैं, इसके अलावा बीमार लोगों को भी अधिक आवाज से परेशानी होती है। इसी को लेकर हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने धरना दिया है। साथ ही उन्होंने गुजारिश की है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय किए मानकों के अनुसार ही लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति दी जाए।
रिपोर्ट की मानें तो इन कार्यकर्ताओं ने थाने के सामने करीब 2 घंटे तक धरना दिया। ऐसे में थाने के अंदर आने वाले लोगों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा। इसी बीच हिंदू युवा वाहिनी कार्यकर्ता और पुलिस के बीच में नोकझोंक भी हुई, लेकिन कार्यकर्ता पीछे नहीं हटे और उन्होंने थाने के गेट पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ भी पढ़ा। इसके बाद सीओ सदर आकाश पटेल को ज्ञापन देकर हिंदू युवा वाहिनी ने धरना खत्म किया।
वहीं हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष पर एक समुदाय के धर्म पर अभद्र टिप्पणी किए जाने के मामले में मुकदमा भी दर्ज हुआ है। दरअसल, 10 मार्च को उत्तर प्रदेश चुनाव के रिजल्ट की घोषणा के दौरान गाजियाबाद हिंदू युवा वाहिनी के जिला अध्यक्ष आयुष त्यागी ने अपने अपने कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इसी बीच उन्होंने एक समुदाय धर्म के लोगों पर अभद्र टिप्पणी करते हुए मस्जिद पर लगे माइक हटाने की घोषणा की।
इस दौरान आयुष त्यागी ने कहा कि, जितना जल्दी हो सके स्वयं ही मस्जिद से माइक हटा ले नहीं तो हिंदू युवा वाहिनी के लोग मस्जिदों पर लगे माइक अपने आप ही हटा देंगे। आयुष त्यागी के भाषण का यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो चुका है। ऐसे में गाजियाबाद के एसपी अकाश पटेल ने इस मामले पर संज्ञान लिया है और विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि, किसी भी सूरत में क्षेत्र का माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा। कानून को हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है। मामले की जाँच की जा रही है।