अजब ग़जब

एक चोटी में लड़कियों को देखकर उत्तेजित होते हैं लड़के, यह कहकर स्कूल में चोटी करने पर बैन

महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध के मामलों ने पुरुषों को तो कई प्रतिबंध नहीं दिया। लेकिन लड़कियों को आए दिन किसी न किसी अजीब प्रतिबंध और आपत्तियों का सामना करना पड़ता है। कभी उन्हें अपने कपड़ों को लेकर रोका-टोका जाता है तो कभी रहन-सहन को लेकर। लड़कियों को हार काम के लिए रोका जाता है। शायद आप ये सोच भी नहीं सकते हैं कि अब स्कूल में लड़कियों के एक चोटी करने पर भी बैन लग चुका है। जब आपका इसका कारण जानेंगे तो अपना सिर पकड़ लेंगे।

स्कूल में पोनीटेल बनाने पर बैन

क्या आपने कभी ये सोचा है कि लड़कियों के एक चोटी से पुरुषों को उत्तेजना आ सकती है। यह कितनी हैरान करने वाली बात है लेकिन जापान के एक स्कूल ने ऐसा दावा किया है। दरअसल हाल ही में जापान के स्कूलों ने लड़कियों के पोनीटेल बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि इस प्रतिबंध से ज्यादा हैरानी आपको इसका कारण जानकर होगा। क्या आप सोच सकते हैं कि लड़कियों के एक चोटी यानी पोनीटेल करने से पुरुषों को उत्तेजना आ सकती है।

खुली गर्दन लड़कों को आकर्षित करती है

एक चोटी बनाकर आने पर रोक लगाने की पीछे स्कूलों का तर्क है कि लड़कियों की खुली गर्दन लड़कों को आकर्षित कर सकती है। कभी मिडल स्कूल में पढ़ाने वाले मोटोकी सुगिमाया बताते हैं, ‘उन्हें डर है कि एक चोटी करने से लड़के, लड़कियों की तरफ देखेंगे, ये ठीक वैसा है जैसे कि पहले सिर्फ सफेद अंडरवियर पहनने का नियम आया था।’ गौरतलब है कि जापानी स्कूलों में बालों के रंग, मेकअप, यूनिफॉर्म और यहां तक की स्कर्ट की लंबाई तक को लेकर बड़े सख्त नियम हैं।

स्कूलों में लागू है ये अजीबोगरीब नियम

जापान में ऐसे अजीबो-गरीब प्रतिबंध लगाना कोई नई बात नहीं बल्कि इससे पहले भी तमाम तरह के प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं। एक रिपोर्ट की माने तो यहां कई स्कूलों में बच्चों के मोजे की साइज से लेकर अंडरवियर के रंग को लेकर भी अजीब नियम लागू किए जा चुके हैं। एक नियम के अनुसार यहां स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियां केवल सफेद रंग का अंडरवियर पहनकर आ सकती है। इसके अलावा कोई भी लड़की स्कूल में अपने बालों का रंग नहीं बदल सकती। उन्हें काले बालों के साथ ही स्कूल में एंट्री मिलती है।

अंडरवियर का रंग भी निर्धारित

ऐसा नहीं है कि जापान के स्कूलों में ये पहला अजीबोगरीब नियम लागू हुआ है। इसके पहले भी वहां ऐसे कई अजीबोगरीब नियम हैं। जिनमें बालों के रंग से लेकर लड़कियों के अंडरवियर का रंग तक निर्धारित है। विडंबना तो ये है कि स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों के पास इन अजीबोगरीब नियमों को मानने के अलावा कोई विकल्प भी नहीं है।

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