गोविंदा की मुस्लिम मां बन गई थी साध्वी, पिता ने गोविंदा का मुँह देखने से भी मना कर दिया था
बॉलीवुड में जब भी कॉमेडी और डांस के लिए फेमस एक्टर की बात होती है हर किसी के दिमाग में सबसे पहले अभिनेता गोविंदा का ही नाम आता है. गोविंदा ने लगातार सुपरहिट फिल्मों की झड़ी सी लगा दी थी. गोविंदा अपने समय में टेलेंट का एक सुपर पैकेज हुआ करते थे. एक्टिंग से लेकर कॉमेडी और डांस से लेकर फेस एक्सप्रेशन इन सब चीजों में उनका कोई जवाब नहीं था. वह हर किरदार में आसानी से ढल जाया करते थे.
90 के दशक में वो बिंदास एक्टर के रूप में जाने जाते थे. वैसे तो गोविंदा का करियर सामने से बहुत चमकता-दमकता दिखाई पड़ता हैं. लेकिन इसके पीछे संघर्ष की एक लम्बी कहानी हैं. फिल्मों की सफलता के बीच कभी भी गोविंदा की निजी जिंदगी लोगों के सामने नहीं आई.
क्या आप जानते हैं गोविंदा के पिता (Govinda’s Father)ने उन्हें गोद में उठाने और छूने तक से मना कर दिया था. गोविंदा का पूरा नाम गोविंदा आहूजा है. गोविंदा की मां का नाम निर्मला देवी औऱ पिता का नाम अरुण आहूजा है.
अभिनेता गोविंदा का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था. जब गोविंदा का जन्म हुआ था तो उस समय उनके पिता अरुण आहूजा ने उन्हें गोद में लेने तक से इंकार कर दिया था. इस घटना का खुलासा खुद अभिनेता ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था. गोविंदा ने बताया था कि, जब उनका जन्म हुआ था तो उनकी माँ निर्मला देवी एक साध्वी बन गई थी. वह पूरी तरह से साध्वियों का जीवन जी रही थी. हालांकि उनकी माँ उनके पिता के साथ ही रह रही थी. आपको बता दें गोविंदा की मां पहले मुस्लिम थीं. अरूण आहूजा से शादी के बाद उन्होंने अपना धर्म बदला था.
शादी के बाद वह हिंदू धर्म से इतनी प्रभावित थीं कि वो साध्वी बन गई. इसके कुछ समय बाद ही गोविंदा का जन्म हुआ था. लेकिन जब गोविंदा पैदा हुए तो उनके पिता ने ना तो उन्हें गोद में लिया और छूने से ही इंकार कर दिया. इसके पीछे की वजह ये थी कि उन्हें लगता था कि गोविंदा के कारण ही उनकी पत्नी साध्वी बन गईं हैं. हालांकि समय के साथ जब सभी लोगों ने उन्हें समझाया तो उन्होंने अपने बेटे को प्यार दिया. एक समय ऐसा भी आया था जब गोविंदा अपने पिता के सबसे करीब हो गए.
गोविंदा ने बताया था कि उनकी माँ चाहती थी कि वह एक बैंक में जॉब करे. हालांकि इस दौरान उन्हें उनके पिता का साथ अभिनेता को मिलता रहा. उनके पिता ने उन्हें एक्टिंग फिल्ड में आने के लिए प्रेरित किया. आपको बता दें कि गोविंदा को एक्टिंग अपनी विरासत से ही मिली है. उनके माता-पिता दोनों ही एक्टर रहे है. गोविंदा के पिता अरुण आहूजा ने इंडस्ट्री छोड़ने से पहले तकरीबन 40 फिल्में की थीं. वहीं उनकी मां, निर्मला देवी, एक प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका और एक अभिनेत्री हुआ करती थी.
गोविंदा ने हीरो नंबर वन, कूली नंबर वन, बड़े मियां-छोटे मियां, हत्या, इल्जाम, हसीना मान जाएगी, आंखें, जोड़ी नंबर वन ,आग’, ‘राजा बाबू’, स्वर्ग और मुकाबला जैसी फिल्मों ने उन्हें एंटरटेनर पर नंबर वन बनाया था. आज अभिनेता लाइमलाइट से काफी दूर है.