नवजात शिशु के लिए महिला चिकित्सक बनीं भगवान, अपने मुंह से सांस देकर बचाई जान

डॉक्टर हमेशा अपने मरीजों के इलाज के लिए हर समय तैयार रहते हैं। डॉक्टर को भगवान का रूप माना जाता है। हमारे दैनिक जीवन में हम अक्सर उन स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करते हैं, जो हमारी समझ से बाहर होती है। हमें इन समस्याओं को समझने और उसे ठीक करने के लिए डॉक्टर से मदद की जरूरत होती है। डॉक्टर हमारे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को समझ कर उसका इलाज करते हैं।
डॉक्टर हमारी गंभीर से गंभीर बीमारी का पता लगाकर उसका इलाज कर हमें एक नया जीवन प्रदान करते हैं। लोगों को अपने जीवन को लेकर डॉक्टरों पर काफी भरोसा होता है इसीलिए डॉक्टरों को “धरती पर भगवान” का दूसरा रूप माना जाता है, जो मरीजों को नई जिंदगी देते हैं। इसी बीच आगरा से एक मामला निकल कर सामने आया है, जहां पर “धरती के भगवान” ने नवजात शिशु की जान बचाई है।
महिला चिकित्सक ने दी मुंह से नवजात शिशु को सांसे
दरअसल, आज हम आपको जिस मामले के बारे में बता रहे हैं वह आगरा के एत्मादपुर से सामने आया है। यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात महिला चिकित्सक ने प्रसव के बाद नवजात की साँस ना चलने पर अपने मुंह से सांस देकर उसकी जान बचाई। सोशल मीडिया पर हर कोई इस महिला चिकित्सक की तारीफ करते हुए नहीं थक रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह मामला एक मार्च का बताया जा रहा है। महिला चिकित्सक के द्वारा अपने मुंह से नवजात शिशु को सांस देने का वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ है, जिसे देखने के बाद हर कोई महिला डॉक्टर की खूब तारीफ कर रहा है। ऐसा बताया जा रहा है कि एत्मादपुर के गांव बुर्ज गंगी निवासी खुशबू को प्रसव के लिए एक मार्च को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट कराया गया था। सामान्य प्रसव से खुशबू ने एक बेटी को जन्म दिया।
जब नवजात बच्ची का जन्म हुआ तो उसके कुछ देर के बाद ही नवजात बच्ची की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी थी, जिसके बाद अस्पताल की डॉक्टर सुरेखा ने नवजात बच्ची की जांच की तो यह मालूम हुआ कि नवजात को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इस पर बच्ची को ऑक्सीजन लगाई गई परंतु कोई भी लाभ उस बच्ची को नहीं मिला था, जिसके बाद डॉक्टर सुरेखा नवजात बच्ची को अपने मुंह से सांस देने लगीं।
मुंह से सांस देकर बचाई जान
बता दें कि बेसुध मां अपनी बच्ची की किलकारी सुनने के लिए बेचैनी थी और वह एक टक डॉक्टर की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रही थी। डॉक्टर सुरेखा खून से लथपथ नवजात को मुंह से सांस देने के साथ-साथ सीने पर पम्प भी कर रही थीं। वह नवजात की जिंदगी बचाने की पूरी कोशिश में जुटी रहीं। करीब 7 मिनट तक उसे सांस देती रहीं। आखिर में उनके द्वारा की गई कोशिश सफल हो गई। नवजात की हालत में सुधार हुआ, जिसके बाद सबने राहत की सांस ली।
जिस समय के दौरान डॉ. सुरेखा नवजात बच्ची को मुंह से सांस दे रही थीं तो उन्हें ऐसा करता देखकर उनका स्टाफ भी हैरान हो गया था और उनमें से किसी एक ने उनका वीडियो बना लिया था। वीडियो सामने आने के बाद हर कोई महिला डॉक्टर की खूब तारीफ कर रहा है। बता दें खुशबू अपनी बच्ची को लेकर सोमवार के दिन फिर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंची थी, जहां पर चिकित्सक ने बच्ची का चेकअप किया। अब मां और बच्ची दोनों स्वस्थ हैं।