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पंक्चर जोड़कर घर चलाता है BJP के नवनिर्वाचित विधायक का बेटा, दूसरा बेटा फर्नीचर का काम करता है

उत्तराखंड में बीजेपी के एक नवनिर्वाचित विधायक अपनी सादगी और साधारण जीवन के लिए चर्चा का विषय बने हुए हैं। गंगोलीहाट से नवनिर्वाचित विधायक फकीर राम काफी सादगी के साथ रहते हैं। उनका बड़ा बेटा आज भी गाड़ियों के पंक्चर जोड़ने का काम करता है। बेटे जगदीश का कहना है कि उसे अपने काम पर कभी शर्मिंदगी महसूस नहीं हुई। जबकि दूसरा बेटा फर्नीचर का काम करता है। नवनिर्वाचित विधायक का परिवार हल्द्वानी के दमुवाढूंगा में रहता है।

बेहद साधारण है विधायक परिवार

विधायक फकीर राम के दो बेटे और दो बेटियां हैं। बड़े बेटे जगदीश राम ने बताया कि वह करीब 12 साल से पंक्चर बनाने का काम करते हैं और इसी से परिवार का खर्च चलाते हैं। परिवार चलाने के लिए किसी से मदद नहीं मांगी। उनका छोटा भाई वीरेंद्र राम फर्नीचर का काम करता है। मां बलपा देवी गृहिणी हैं। आपको बता दें की फीकर राम खुद भी कारपेंटर का काम करते थे।

पिता के चुनाव जीतने पर परिवार काफी खुश है। बलपा देवी ने बताया कि चुनाव जीतने के बाद पति एक दिन के लिए घर आए थे लेकिन फिर देहरादून चले गए। बताया कि वह एक सप्ताह बाद होली पर घर आएंगे। घर पर बधाई देने वाले शुभचिंतकों का तांता लगा हुआ है।

विधायक के करीबियों का कहना है कि फकीर राम ने अपने व्यवहार और सादगी की बदौलत राजनीति में मुकाम हासिल किया है। भाजपा से टिकट मिलने के बाद उन्होंने मजबूत प्रतिद्वंद्वी को चुनाव में पराजित किया। क्षेत्र के युवाओं में भी उनकी लोकप्रियता है।

फकीर राम टम्टा ने साल 2012 और 2017 में भी गंगोलीहाट विधानसभा सीट से विधायक के लिए दावेदारी की थी, लेकिन अंतिम चरण में टिकट कट गया। इसके बाद भी वो संगठन के लिए लगातार काम करते रहे। इस दौरान सैकड़ों लोगों के वर्षों से लम्बित पेंशन प्रकरणों को सुलझाया और पेंशन दिलाई। कोविड काल में लोगों की सेवा की। घर-घर जाकर राशन पहुंचाया।

इस दौरान उन्होंने प्रदेश संगठन और स्थानीय संगठन में अच्छी पकड़ बनाई और फिर 2022 के चुनाव में दावेदारी की। इस बार पार्टी ने सीटिंग महिला विधायक मीना गंगोला का टिकट काटकर फकीर राम टम्टा पर भरोसा जताया, और फकीर राम ने इस भरोसे को टूटने नहीं दिया। फकीर राम टम्टा को अपने सीधे-सरल स्वभाव और जनता में पकड़ के कारण जीत मिली।

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