भारत के इस गांव में खुलेआम दो पत्नियों के साथ रहते हैं हर मर्द, वजह अजीबोगरीब

भारत अजब रीती रिवाजो से भरा हुआ है हर राज्य में सैकड़ो बाते सुनने को मिल ही जाती है और वो भी ऐसी की सुनने वाला और देखेंने वाला दोनों हैरान हो जाए। वैसे तो हमारे देश में दो शादियां करना गैर कानूनी है। लेकिन यहां एक ऐसा भी गांव है जहां लोग खुलेआम दो शादियां करते हैं। जी हां… इस गांव में लगभग हर घर में लोगों की दो पत्नियां मिलेंगी।
यदि आपको ऐसा लग रहा है कि यहां के लोग दो शादियां शौक से करते हैं तो ऐसा नहीं है। ये शौक से नहीं बल्कि मज़बूरी में दो शादियां करते हैं। राजस्थान के जैसलमेर में यह अनोखा गांव स्थित है जिसका नाम रामदेयो गांव है। वहां पर रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय से है।
इस गांव में एक अजीब परंपरा कई सालो से चली आ रही है । इस गांव में हर आदमी को दूसरी शादी करनी पड़ती है। उसका कारण संतान प्राप्ति होता है। यहाँ पर हर युवक दो-दो शादी करता है क्योकि उसे पहली पत्नी से संतान सुख नही मिलता है और दूसरी शादी करते ही संतान होने लगते है। इस परंपरा को गांव के लोग खुदा की मेहर बताते हैं।
दरअसल, इस गांव में कुछ परिवार ऐसे भी हैं जिन्होंने केवल एक ही शादी की लेकिन उन्हें कभी संतान का सुख नहीं मिल सका। यही वजह है कि इस गांव में हर आदमी की दो शादियां करवाई जाती है। खास बात ये है कि इस गांव में पहली पत्नी को अपने पति की दूसरी पत्नी ये कोई समस्या नहीं होती।
गांव के बुजुर्ग 65 साल के आरब खान बताते हैं कि गांव के साथ यह संयोग कई कहानियों से जुड़ा है। कई सालों पहले गांव के लाला मीठा के घर कई सालों तक संतान नही हुई। परिजनों ने कई बार उस पर दूसरा निकाह करने के लिए दबाव डाला लेकिन मीठा ने साफ इंकार कर दिया। लगभग 55 साल की उम्र में उसकी पत्नी का निधन हो गया उसके बाद परिजनों के दबाव के कारण मीठा ने दूसरी निकाह के लिये अपनी रजामंदी दी।
निकाह के एक साल बाद ही उसके घर लड़की पैदा हुई फिर तीन लड़के भी हुए। इसके बाद से तो हर परिवार में पहली शादी के बाद पहली बीवी से किसी को संतान नहीं हुई। दूसरी शादी करने के बाद दूसरी पत्नी से हर परिवार में संतान हुई।
हैरानी वाली बात ये है कि यहां पहली पत्नी को भी अपने पति की दूसरी शादी से कोई दिक्कत नहीं होती है। दोनों ही पत्नियां मिल-जुलकर रहती हैं।