कभी टपरी में रहते थे ‘द कश्मीर फाइल्स’ के डायरेक्टर, जानें कैसा रहा है अब तक का सफर

फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ की सोशल मीडिया पर बड़ी चर्चा हो रही है। यह 11 मार्च की रिलीज हुई थी। अब देशभर में इस फिल्म का डंका बज रहा है। जिस फिल्म का छोटे पैमाने पर प्रचार किया गया था, वह अब नाटकीय रूप से एक ऐतिहासिक ब्लॉकबस्टर साबित हो रही है। इस फिल्म के हिट होने के बाद से ही निर्देशक विवेक अग्निहोत्री चर्चा का विषय बन गए हैं।
इस मुकाम तक पहुंचने के लिए की खूब मेहनत
इस फिल्म के मेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री आज भले ही उनके नाम का डंका बज रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने अपने काम की शुरुआत विज्ञापनों में काम करने से की थी। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया, लेकिन विवादों से भी उनका नाम कई बार जुड़ा। आइये आपको विवेक अग्निहोत्री की जिंदगी से रूबरू कराते हैं।
कुछ दिनों पहले तक विवेक अग्निहोत्री को आम नागरिक नहीं जानते थे। कुछ लोगों उन्हें फेमस टीवी कलाकार पल्लवी जोशी के पति के रूप में जानते थे लेकिन आज विवेक अग्निहोत्री किसी पहचान के मोहताज नहीं है। विवेक अग्निहोत्री का जन्म मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में जन्मे विवेक की उम्र 48 साल है। उनके पिता का नाम प्रभु दयाल अग्निहोत्री था जोकि संस्कृत विषय के बड़े जानकार थे।
भोपाल यूनिवर्सिटी से किया ग्रेजुएशन
विवेक के पिता संस्कृत के बड़े जानकार थे और महारानी लक्ष्मीबाई महाविद्यालय में प्रोफेसर और संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष भी थे। विवेक अग्निहोत्री की बात करें तो उन्होंने भोपाल यूनिवर्सिटी से स्कूल ऑफ सोशल साइंस अपना ग्रेजुएशन पूरा किया था।
भोपाल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद वे आगे की पढ़ाई के लिए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन, दिल्ली चले गए। जहां से उन्होंने एडवरटाइजिंग में अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाया। पढ़ाई के बारे में ही बता दें कि विवेक अग्निहोत्री ने हार्वर्ड एक्सटेंशन स्कूल से सर्टिफिकेट ऑफ़ स्पेशल स्टडीज (मैनेजमेंट) की पढ़ाई की है। इसके अलावा विवेक अग्निहोत्री ने हावर्ड एक्सटेंशन स्कूल से सर्टिफिकेट ऑफ स्पेशल स्टडीज की पढ़ाई भी पूरी की है।
विज्ञापन से की करियर की शुरुआत
विवेक ने अपने करियर की शुरूआत फिल्मों से नहीं बल्कि विज्ञापनों से की थी। साल 1994 में उन्होंने निदर्शेक और निर्माता के रूप में काम करना शुरू किया। इस दौरान विवेक ने कुछ टीवी सीरियल का निर्देशन किया, जिसमें वह काफी हद तक सफल भी रहे। धीरे- धीरे आगे बढ़ते हुए उन्होंने साल 2005 में अपनी पहली फिल्म चॉकलेट को डायरेक्ट किया और इस फिल्म के साथ ही उनका नाम भी लोगों के बीच पहचाना जाने लगा।
बोल्ड सीन के कारण झेलनी पड़ी थी आलोचना
विवेक अग्निहोत्री अपनी फिल्मों में बोल्ड सीन की वजह से हिंदी सिनेमा में खूब चर्चा में रही थीं। यहां तक कि एक फिल्म की वजह से तो विवेक अग्निहोत्री को लोगों और दोस्तों तक की आलोचना भी झेलनी पड़ी थी। डायरेक्टर होने के साथ-साथ विवेक एक लेखक भी हैं। उन्होंने साल 2018 में एक किताब अर्बन नक्सल नामक किताब भी लिखी है, जो बेस्टसेलर किताब की श्रेणी में शामिल है।
इस टपरी में पले-बड़े विवेक
हाल ही में विवेक ने एक अखबार में छपी उस घर की तस्वीर को शेयर किया था जिसमें उनके पिता डॉ. प्रभुदयाल अग्निहोत्री का जन्म हुआ था। यह घर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में धन्यौरा गांव में स्थित था। विवेक अग्निहोत्री ने अखबार की इस खबर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा था, ”यह हमारा पुश्तैनी घर है, जहां मैं पला-बढ़ा हूं।
हमारे पास कुछ नहीं था। हमारे घर में दीवारें भी नहीं। लेकिन मेरे दादाजी ने हमें सरस्वती की पूजा कराई और मेरे पिता कुलपति बने और सभी कालिदास और वेदों का अनुवाद किया। सरस्वती की वजह से ही मैं #TheKashmirFiles बना सका।
तनुश्री दत्ता ने लगाया था आरोप
वहीं विवेक की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने एंकर, थिएटर आर्टिस्ट और अभिनेत्री पल्लवी जोशी से शादी की। पल्लवी और विवेक के दो बच्चे भी हैं। विवेक का विवादों से भी गहरा नाता रहा है। दरअसल साल 2018 में तनुश्री दत्ता ने मीटू अभियान के तहत उन पर आरोप लगाया था कि फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्होंने उनके साथ गलत व्यवहार किया, जिसके बाद उन पर मानहानि मुकदमा भी दायर किया गया था।