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अंतिम संस्कार से पहले मृत भाई के साथ बहनों ने मनाया रक्षाबंधन, रोते हुए आखिरी बार बांधी राखी

भाई-बहन का रिश्ता बहुत निराला होता है। यह रिश्ता अटूट होता है। बचपन में वह साथ-साथ खेलते, बढ़ते और पढ़ते हैं। जीवन में घटने वाली अनेक अच्छी बुरी घटनाओं के साक्षी होते हैं। भले ही भाई-बहन एक दूसरे से कितनी भी लड़ाई कर लें परंतु कुछ देर के बाद एक दूसरे से ऐसे बात करने लगते हैं जैसे कुछ हुआ ही नहीं है।

वहीं बहनें भी साल भर बेसब्री से रक्षाबंधन के पर्व का इंतजार करती हैं और अपने भाई के हाथों की कलाई पर राखी बांधती हैं। लेकिन इसी बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें रक्षाबंधन से पहले ही भाई अपनी बहनों को छोड़कर हमेशा हमेशा के लिए इस दुनिया से चला गया।

जब भाई का मृत शरीर घर पर पहुंचा, तो उसके घर लोगों की भीड़ जुट गई। बहनों का अपने भाई के शव को देख कर रो-रोकर बुरा हाल था। बहनों ने रोते हुए अपने मृत भाई की कलाई पर आखिरी बार राखी बांधी। यह दृश्य देखकर वहां पर मौजूद लोगों की आंखों से आंसू निकल आए।

बहन ने मृत भाई की कलाई पर बांधी राखी

दरअसल, आज हम आपको जिस मामले के बारे में बता रहे हैं इसमें बरखेड़ा रेलवे ट्रैक पर एक युवक निशांक राठौर का शव मिला। निशांत राठौर का मंगलवार को सिवनी मालवा में अंतिम संस्कार कर दिया गया। न‍िशांक होशंगाबाद ज‍िले के स‍िवनी मालवा का रहने वाला था। सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद निशांक राठौर का शव बरखेड़ा रेलवे ट्रैक पर मिला था।

जब दो दिन के बाद उसका शव घर पहुंचा, तो बहनों का अपने भाई के शव को देख कर रो-रोकर बुरा हाल हो गया। अंतिम संस्कार से पहले निशांक राठौर की बहन ने मृत भाई की कलाई पर राखी बांधी। यह दृश्य देखकर मौजूद लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़े।

अंतिम संस्कार से पहले उस समय हृदय विदारक दृश्य उपस्थित हो गया, जब निशांक की बहन ने मृत भाई की कलाई पर राखी बांधी थी। इस घटना के बाद घर ही नहीं बल्कि पूरे मोहल्ले में घटना के दूसरे दिन भी मातम पसरा हुआ है।

निशांक की बहनें भोपाल में रहकर कर रही थी पढ़ाई

आपको बता दें कि निशांक राठौर की बहन अंजली और दीक्षा दोनों ही भोपाल में रहकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर की पढ़ाई कर रही हैं। इस घटना से राठौर परिवार को तगड़ा झटका लगा है। पूरा ही परिवार इस घटना से एक पल में बिखर गया।

सोशल मीडिया पर पोस्ट के बाद शव मिला था

दरअसल, यह पूरा मामला दो दिन पहले का ही है, जहां पर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद भोपाल के रहने वाले सिवनी मालवा निवासी 20 साल के निशांक राठौर का शव बरखेड़ा रेलवे ट्रैक पर मिला था। निशांक राठौर के अंतिम संस्कार के बाद परिजनों ने साफ शब्दों में यह कह दिया कि यह खुदकुशी नहीं हत्या है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

बहनों का ऐसा कहना है कि हमारा भाई कायर नहीं था, जो इस तरह खुदकुशी कर लेता, उसके साथ कुछ अनहोनी हो गई है। निशांक राठौर के पिता उमाशंकर राठौर का कहना है कि मेरे बेटे पर आत्महत्या करने का जो कलंक लगाया गया है वह गलत है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

निशांक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी मां का पहले ही देहांत हो गया था। दोनों बहनों का इकलौते भाई की मौत के बाद बुरा हाल है। अभी कुछ दिनों के बाद ही रक्षाबंधन का पर्व आने वाला था। दोनों बहने उसकी तैयारी कर रही थीं। लेकिन बहनों ने आखरी बार अपने इकलौते भाई के साथ रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया। उसकी कलाई पर रो-रोकर राखी बांधी।

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