पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की कुर्सी हिली तो याद आया भारत, मोदी सरकार की तारीफ में कसीदे गढ़े
पाकिस्तान में इस समय राजनीतिक संकट छाया हुआ है। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के बाद पीएम इमरान खान की कुर्सी खतरे में पड़ गई है। इमरान खान ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए एड़ी-चोटी एक कर दिया है। कभी अपने सांसदों से अपील कर रहे हैं, कभी पाकिस्तानी जनता से अपील कर रहे हैं और साथ ही साथ अपनी अपीलों में भारत और वहां वर्तमान मौजूद नरेंद्र मोदी सरकार की तारीफ में कसीदे गढ़े जा रहे हैं।
भारत और वहां की सरकार की तारीफ
सियासी संकट और प्रधानमंत्री की कुर्सी पर मंडरा रहे खतरे के बीच पाक पीएम इमरान खान ने भारत की जमकर तारीफ की है। उन्होंने विरोध करने वाले पार्टी के सांसदों से कहा कि मैं कह रहा हूं कि माफ कर दूंगा, वापस आ जाएं। उन्होंने भारत का हवाला देते हुए उनसे कहा कि मैं हिंदुस्तान की तारीफ करता हूं। हिंदुस्तान ने हमेशा आजाद विदेश नीति रखी है। हिंदुस्तान अमेरिका का सहयोगी है और खुद को न्यूट्रल कहता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत रूस से तेल मंगवा रहा है, जबकि प्रतिबंध लगे हुए हैं। क्योंकि भारत की विदेशी नीति लोगों की बेहतरी के लिए है।
विरोधियों पर ऐसे बरसे इमरान
इमरान खान ने विरोधियों पर बरसते हुए कहा कि सारा पाकिस्तान समझेगा कि आपने जमीर बेच दिया है। हमेशा के लिए आपके नाम के आगे जमीरफरोश लग जाएगा। आपके लिए बच्चों की शादियों में जाना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि लोग आपके घरों में शादियां नहीं करेंगे। स्कूल में आपके बच्चों को परेशान किया जाएगा। स्कूल में बच्चों को बुरा-भला कहा जाएगा।
‘पाकिस्तान के पास सिर्फ 2 रास्ते’
पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि हम चोरों के खिलाफ खड़े हैं। इमरान खान ने ये भी कहा कि पाकिस्तान के लोगों के लिए हम नमाज और अजान में सिर्फ एक ही चीज मांगते हैं। हमारे सामने दो रास्ते हैं। एक तरफ पाकिस्तान के बड़े-बड़े डाकू इकट्ठे हो गए हैं और दूसरी तरफ वो लोग हैं, जिसने 25 साल तक इन डाकुओं के खिलाफ जद्दोजहद की है। मुल्क के पास फैसला करने का वक्त आ गया है। इमरान खान ने कहा कि यह डाकू, चोरी के पैसे से हमारे सांसदों को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। एक होता है लोटा और एक होता है जमीरफरोश। बिना पेंदी का लोटा जिधर मन होता है उधर चला जाता है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान में पूरा विपक्ष इमरान को कुर्सी से हटाने पर तुला हुआ है, इमरान की पार्टी के कुछ सांसद भी विपक्ष का समर्थन कर रहे हैं। पाकिस्तानी में इस्लामिक देशों के संगठन की बैठक के दौरान भी विपक्षी दलों ने इमरान का विरोध करने का ऐलान किया है। उधर इमरान अपनी कुर्सी बचाने के लिए हर चाल चल रहे हैं।