अजब ग़जब

सीजन के पहले आम को मिली जेड प्लस सुरक्षा, तोड़ना तो दूर की बात नजदीक भी नहीं जा सकते आप 

गर्मी का मौसम दस्तक दे चुका हैं। ऐसे में भला कोई फलों के राजा आम को कैसे इग्नोर कर पाएगा। गर्मियों के आते ही लोग आम का बेसब्री से इंतजार करने में लग जाते हैं। शहरों में लोग बाजारों में आम के आते का इंतजार करते हैं तो वहीं गांव के लोग अपने घरों में ही आम के पेड़ लगाते हैं। ताकि गर्मियों में उन्हें ताजे तजे रसिलें आम खाने का आनंद मिल सके।

जेड प्लस सुरक्षा के बीच आम

ऐसे में जो लोग अपने घरों या बगिचे में आम के पेड़ लगाते हैं। वे लोग तो इस मौसम में अपने आमों की सुरक्षा के लिए खुद ही चौकीदार बन जाते हैं। अब भला रास्ते से चलते हुए किसी की भी नजर अगर पेड़ पर लगे आम पर पड़ जाए तो उसे तोड़ कर खाए बिना किसी का भी मन कहा मानता हैं। इसी लिए लोग आम के पेड़ पर फल लगते ही उसकी रखवाली में भी लग जाते हैं।

कुछ ऐसा ही यहां भी देखने कोे मिल रहा हैं। यहां पर पेड़ पर लगे इस आम को जेड प्लस की सुरक्षा मिली हुई है। आप भी सोच रहे होगे जो सुरक्षा बड़े बड़े नेताओं को दी जाती हैं। उसे सिर्फ एक आम के लिए भला क्यों? तो आपको बता दें कि यह कोई आम सुरक्षा बल नहीं हैं। इस सुरक्षा बल की तैनाती में अच्छे अच्छे लोग भी नजदीक जाने तक से डर रहे हैं।

इस जेड प्लस सुरक्षा को भेदना आसान नहीं

सिर्फ यहीं नहीं इसके चलते लोग पत्थर मार कर भी इसे तोड़ने की नहीं सोच सकते हैं। आपने भी इन दिनों सोशल मीडिया पर यह फोटो देखा ही होगा। जहां एक आम को जेड प्लस की सिक्योरिटी मिली हुई हैं। इस तस्वीर में दिख रही इस जेड प्लस सुरक्षा को भेदना इतना भी आसान नहीं हैं।

इस फोटो में आप भी देख सकते हैं कि इस की सुरक्षा कोई औैर नहीं बल्कि मधुमक्खियों का झूंड कर रहा है। अब मधुमक्खी के वार से तो आप भी अंजान नहीं होंगे। ऐसे में मधुमक्खी के झूंड के बीच में पत्थर मार कर आम तोड़ने की गलती भला कोई कैसे ही कर सकता हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस फोटो में आप देख सकते हैं कि एक आम मधुमक्खी के छत्ते पर लटका हुआ हैं।

कैप्शन- सीजन का पहला आम जेड प्लस सुरक्षा के साथ

सोशल मीडिया पर वायरल इस फोटो के साथ कैप्शन में लिखा है कि सीज़न का पहला आम, वो भी जेड सेक्योरिटी के साथ। लोग इस फोटो को देखने के बाद से ही आम को खाने के लिए अपनी जीभ लपलपा रहे हैं, लेकिन मधुमक्खियों की इस जेड प्लस सुरक्षा के बीच आम के होने से लोग इसे खाने तो क्या इसके पास भी जाना नहीं चाहते हैं।

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