आपने आज तक हवाई जहाज में तो एक से बढ़कर एक सुंदर लड़कियों को पानी और चाय पिलाते हुए देखा होगा। लेकिन अगर कोई आपसे ये कहे कि अब आपको फ्लाइट की तरह रेलवे स्टेशन पर भी खूबसूरत लड़कियां चाय पिलाने आएंगी तो क्या आप इस बात पर यकीन कर पाएंगे? नहीं ना… लेकिन यह सच है।
इन्फेक्शन से बचाव के लिए खास तैयारी
जी हां… अब मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के रेलवे स्टेशन पर भी आपको एजुकेटेड लड़कियां चाय पिलाती नजर आएगी, ये चाय भी ऐसी वैसी नहीं, बल्कि गुणवत्ता युक्त होगी, क्योंकि इसमें जिस पानी का उपयोग किया जा रहा है, वह भी पैक रहेगा, अच्छी बात तो यह है कि जो लड़कियां आपको चाय पिलाएंगी उनकी ड्रेस और हाथों को भी सैनिटाईज किया जा रहा है, ताकि किसी प्रकार के संक्रमण फैलने का डर भी नहीं रहेगा।
ऑन पेमेंट चाय उपलब्ध
दरअसल, ट्रेन होस्टेस के बाद रेलवे ने भोपाल स्टेशन पर यात्रियों को इन लड़कियों के जरिये ऑन पेमेंट चाय उपलब्ध कराना शुरू किया है। यह सेवा शुरू करने वाला देश का पहला स्टेशन भोपाल बन गया है। डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय की पहल पर एक कंपनी को इन लड़कियों के माध्यम से वेंडिंग लाइसेंस दिया है। अब इटारसी स्टेशन पर भी यह सेवा शुरू होगी।
काफी पढ़ी लिखी हैं ये लड़कियां
रेलवे स्टेशन पर चाय बेचती नजर आ रही इन लड़कियों से जब उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा तो आश्चर्य हुआ, इन लड़कियों में से किसी ने बीएसी कर रखा है, तो कोई हाईस्कूल, तो कोई हायरसेकेंडरी कर चुकी है, कुछ लड़कियां तो बीटेक की हुई भी हैं, लड़कियों ने बताया कि हम अपनी पढ़ाई जारी रखते हुए ये काम कर रहे हैं, ताकि हमें आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
सेंसर वाली मशीन बता देती है किस क्वालिटी की है चाय
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ऑन पेमेंट चाय व्यवस्था में चाय की क्वालिटी मशीन के द्वारा चेक की जाती है। वेंडर लड़कियां चाय बनाने के लिए स्पेशल पानी का उपयोग करती हैं। इसके बाद एक मशीन में इन्हें चेक किया जाता है। मशीन सेंसर के द्वारा किए गए परीक्षण में बता देती है की चाय की क्या क्वालिटी है।
हाथ में वाकी टॉकी, ड्रेस पर हिडन कैमरे
चाय बेचने के कारोबार में लगी इन युवतियों को किसी तरह की परेशानी न आए इसके चलते वे अपने साथ वाकी टॉकी भी रखती हैं। साथ ही उनकी यूनिफॉर्म में हिडन कैमरे भी लगाए गए हैं, जो सुरक्षा की दृष्टि से खास महत्वपूर्ण हैं। इनके हाथों और यूनिफॉर्म के कफ्स को यू-वी सैनिटाइजिंग मशीन से सैनिटाइज किया जाता है।