बॉलीवुड

225 फ़िल्में करके भी जिंदगी के आखिरी दिनों में हो गई बुरी हालत, पाई-पाई के मोहताज हो गए थे हंगल

गुजरे जमाने के ऐसे बहुत से कलाकार हैं, जिन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय के दम पर दर्शकों के दिलों में अपने लिए खास जगह बनाई थी। उन्ही कलाकारों में से एक बेहतरीन एक्टर एके हंगल थे। 50 साल की उम्र में बतौर अभिनेता अपना करियर शुरू करने वाले अभिनेता एके हंगल ने कई साल तक अलग-अलग किरदार निभाकर अपने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।

एके हंगल ने 60 से 70 के दशक में ज्यादातर फिल्मों में पिता या फिर चाचा का किरदार निभाया था। एके हंगल ने अपने करियर में कई फिल्मों में काम किया लेकिन आज भी लोग उन्हें शोले के रहीम चाचा के रूप में याद करते हैं। एके हंगल ने इस किरदार को हमेशा के लिए अमर कर दिया। बता दें कि 26 अगस्त को एके हंगल की पुण्यतिथि है। ऐसे में आज हम आपको उनके जीवन से जुड़े हुए कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहे हैं।

कराची की जेल में बंद रहे थे 2 साल

एके हंगल बॉलीवुड के एक शानदार कलाकारों में से एक रहे हैं। एक कश्मीरी परिवार में जन्म लेने वाले एके हंगल का बचपन पाकिस्तान के पेशावर में बीता था। बचपन के दिनों से ही रंगमंच की तरफ झुकाव रहा था। लेकिन वो बड़े होकर एक दर्जी बने। इस दौरान भी वह थिएटर से जुड़े रहे। हंगल साहब, बलराज साहनी और कैफी आजमी के साथ थिएटर ग्रुप इप्टा से जुड़े थे।

जब देश में आजादी के स्वर ऊंचे हो रहे थे तो उसमें एके हंगल भी शामिल हुए थे। 1929 से लेकर 1947 तक उन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी। एके हंगल को 1947 से 1949 यानी कि 2 साल तक कराची जेल में बिताना पड़ा था। जब वह जेल से रिहा हुए, तो उसके बाद वह भारत आ गए और मुंबई में आकर बस गए। एके हंगल कभी भी बॉलीवुड में बतौर हीरो नजर नहीं आए क्योंकि उन्होंने बॉलीवुड में एंट्री तब की जब वह 52 वर्ष के थे।

एके हंगल का फिल्मी करियर

एके हंगल ने 52 साल की उम्र में 1966 में फिल्म “तीसरी कसम” और “शागिर्द” से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। 70-90 के दशक में उन्होंने बहुत सी फिल्मों में काम किया है। एके हंगल ने बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ भी लगभग 16 फिल्मों में काम किया था। एक किस्सा भी है कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने साल 1993 में एके हंगल की फिल्मों पर बैन लगा दिया था, इन्होंने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि पाकिस्तान के नेशनल डे पर हंगल साहब हिस्सा लेते थे, जो कि बाल ठाकरे को बिल्कुल भी पसंद नहीं था।

225 फिल्मों में किया काम

एके हंगल ने चार दशक से भी अधिक के करियर में लगभग 225 फिल्मों में काम किया। एके हंगल को फिल्म शोले में रहीम चाचा के किरदार के लिए काफी पसंद किया गया था। फिल्मों में उनका डायलॉग “इतना सन्नाटा क्यों है भाई…” को लोगों ने दिल से याद कर लिया। यह फिल्म के सबसे भावुक कर देने वाले डायलॉग में से एक था।

जिंदगी के आखिरी दिनों में पाई-पाई के हो गए थे मोहताज

225 फिल्मों में काम करने के बावजूद भी एके हंगल की रियल लाइफ काफी उतार-चढ़ाव भरी रही थी। अपनी जिंदगी के आखिरी दिनों में उनके पास इलाज के खर्चों को पूरा करना भी काफी मुश्किल हो गया था। ऐसा कहा जाता है कि एके हंगल के बेटे ने जब इलाज के लिए पैसे ना होने की बात बताई थी तो उस समय अमिताभ बच्चन ने उन्हें इलाज के लिए 20 लाख रुपए दिए थे।

इसके साथ ही करण जौहर समेत कई और लोगों ने आर्थिक सहायता की थी। परंतु 26 अगस्त 2012 को एके हंगल इस दुनिया को अलविदा कह कर चले गए थे।

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