विशेष

दूल्हा-दुल्हन ने सात फेरों से पहले निभाई ऐसी रस्म कि शादी में पहुंचे तमाम मेहमान हुए मुरीद

विवाह पूरी दुनिया में एक ऐसा बंधन है जो पवित्र होने के साथ-साथ इस संसार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिसमें दो प्यार करने वाले एक नए रिश्ते में जुड़ जाते हैं। यह रिश्ता प्यार और विश्वास के बल पर बनता है। आप सभी लोगों ने बहुत सी शादियां देखी होंगी। आमतौर पर शादियों में खूब नाच-गाना, साज-सज्जा होती है। सभी परिवार के सदस्य, रिश्तेदार और मित्र मिलकर खूब मस्ती-मजाक करते हैं। वहीं कुछ शादियां सादगी के साथ संपन्न होती हैं।

आज हम आपको इस लेख के माध्यम से एक ऐसी अनोखी शादी के बारे में बताने वाले हैं, जिसे जानकर आप भी दूल्हा-दुल्हन की तारीफ किए बिना नहीं रह पाएंगे। दरअसल, पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में एक शादी समारोह सुर्खियों का विषय बन गया है। इतना ही नहीं बल्कि जो भी इस शादी का गवाह बना वह बस देखता ही रह गया।

सात फेरों से पहले दूल्हा-दुल्हन ने किया ये काम

दरअसल, दूल्हे का नाम अजीत सोनी और उनकी शादी प्रियंका गुप्ता नाम की युवती से हुई। जैसा कि आप तस्वीर देख सकते हैं। अगर आप इस तस्वीर को पहली नजर में देखेंगे, तो आपको यही लगेगा की शादी समारोह में कहीं दूल्हा-दुल्हन की तबीयत तो खराब नहीं हो गई लेकिन आपको बता दें कि ऐसा कुछ भी नहीं है। दोनों ही बिल्कुल स्वस्थ हैं।

दूल्हा-दुल्हन ने शादी के फेरों से पहले ऐसी रस्म निभाई जो शायद ही आप लोगों ने पहली बार देखी हो। शादी से पहले दूल्हा और दुल्हन ने रक्तदान किया। इसके बाद अनाथ बच्चों को भोजन कराने व वृद्धाश्रम में बुजुर्गों से आशीर्वाद लेने के बाद सात फेरे लिए। शादी में आए दोनों परिवार के लोगों के साथ दोस्तों ने भी रक्तदान किया।

दोनों एक एनजीओ में हैं अधिकारी

अजीत सोनी चंदौली के ही रहने वाले हैं। वहीं प्रियंका गुप्ता चंदौली जिले के सकलडीहा की रहने वाली हैं। यह दोनों जन सहयोग संस्था नाम के एक एनजीओ में अधिकारी हैं। आपको बता दें कि चंदौली और आसपास के जिलों में गरीबों और बीमार लोगों के लिए यह एनजीओ काम करती है। संस्था के सदस्य खुद रक्तदान भी करते हैं और समय-समय पर सामूहिक रूप से ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन भी करवाते हैं।

काम करने के दौरान एक-दूसरे से हो गया प्यार

आपको बता दें कि पिछले कई सालों से इस सामाजिक संस्था से अजीत और प्रियंका जुड़े हुए हैं। एक ही संस्थान में काम करने के दौरान अजीत और प्रियंका एक दूसरे को पसंद करने लगे और दोनों को ही एक दूसरे से प्यार हो गया, जिसके बाद इन दोनों ने अपने परिवार वालों को अपने प्यार के बारे में बताया। वहीं घरवालों ने भी इस रिश्ते को ना सिर्फ हरी झंडी दे दी बल्कि इन दोनों की शादी कराने के लिए भी राजी हो गए।

साधारण तरीके से हुई शादी

अजीत और प्रियंका की शादी बिना किसी तड़क-भड़क के 21 अप्रैल को बेहद साधारण तरीके से हुई। चंदौली के एक मैरिज लॉन में समारोह का आयोजन किया गया परंतु अजीत और प्रियंका की जोड़ी ने शादी समारोह में भी रक्तदान शिविर का आयोजन करने का निर्णय लिया। इसको लेकर प्रियंका गुप्ता का ऐसा बताना है कि “हम लोगों ने यह सोचकर रक्तदान किया कि लोग शादी को बहुत धूमधाम से करते हैं लेकिन रक्तदान करने के लिए आगे नहीं आते।”

हम लोगों ने अपनी शादी के अवसर पर रक्तदान शिविर लगाकर लोगों को जागरूक करने की कोशिश की है कि रक्तदान करने से कोई नुकसान नहीं होता।” साथ ही लोगों से अपील करते हुए यह कहा कि शादी समारोह धूमधाम से करें लेकिन रक्तदान भी करें ताकि लोगों की जान बचाई जा सके। बता दें अजीत और प्रियंका के इस कदम की हर कोई सराहना कर रहा है।

Related Articles

Back to top button