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विदा के बाद दुल्हन पेपर देने पहुंची कॉलेज, घोड़ी चढ़ने से पहले दूल्हे ने भी दी परीक्षा

जीवन में सफलता प्राप्त करने और कुछ अलग करने के लिए शिक्षा सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण साधन है। शिक्षा से ही हम अपने जीवन की कठिन चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। पूरी शिक्षण प्रक्रिया के दौरान प्राप्त किया गया ज्ञान हम सभी और प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन के प्रति आत्मनिर्भर बनाता है।

हमारे जीवन में शिक्षा का बहुत महत्व होता है। यह समाज में सभी व्यक्तियों में समानता की भावना लाती है और देश के विकास और वृद्धि को भी बढ़ावा देती है। आजकल के समाज में शिक्षा का महत्व काफी बढ़ चुका है। जीवन के लिए शिक्षा बहुत ही जरूरी है। जीवन में पढ़ाई क्या है बस यह इस बात से ही पता चलता है कि जब दूल्हा-दुल्हन अपनी शादी की रस्में छोड़कर परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र पहुंचे।

शादी के दौरान ही परीक्षा थी और साल भर पढ़ाई कर की गई तैयारी बेकार ना चली जाए इसके लिए हल्दी मेहंदी में सजे हुए दूल्हा-दुल्हन ने कॉलेज पहुंचकर परीक्षा दी। अंदर दूल्हा-दुल्हन परीक्षा कक्ष में बैठकर प्रश्नपत्र हल करते रहे और बाहर परिजन उनका इंतजार करते रहे। परीक्षा देने के बाद वह शादी के कार्यक्रम में शामिल हुए।

दूल्हा-दुल्हन ने कॉलेज पहुंच कर दी परीक्षा

दरअसल, आज हम आपको जिस मामले के बारे में बता रहे हैं यह मध्यप्रदेश के अशोकनगर से सामने आया है, जहां परीक्षा केंद्र पर बारात जाने से पहले दूल्हा परीक्षा देने पहुंचा है। वहीं परीक्षा केंद्र पर एक नई नवेली दुल्हन भी पहुंची थी। गुरुवार को नेहरू डिग्री कॉलेज में बीए द्वित्तीय वर्ष की परीक्षाएं आयोजित की गई। इसमें करीब 1750 छात्र-छात्राओं ने शामिल होकर परीक्षा दी। वहीं परीक्षा केंद्र पर दूल्हा-दुल्हन पहुंचे, तो लोग हैरान रह गए। मेहंदी लगे हाथों से दोनों पेपर लिख रहे थे।

दूल्हा बारात जाने से पहले देने पहुंचा परीक्षा

एमपी में शादियों का दौर चल रहा है इसके साथ ही कॉलेजों में परीक्षाएं भी चल रही हैं। कई छात्र-छात्राएं ऐसे भी हैं, जिनकी शादियां हो रही हैं। शादी की रस्मों से समय निकालकर दूल्हा और दुल्हन परीक्षा देने केंद्र पहुंच रहे हैं। अशोक नगर स्थित परीक्षा केंद्र पर भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां पर दूल्हा बारात जाने से पहले परीक्षा देने के लिए पहुंचा। वहीं दुल्हन शादी की रस्में छोड़कर परीक्षा देने के लिए आई।

झीला ग्राम के रंजीत कुमार सूर्या भी बीए सेकंड ईयर की परीक्षा देने के लिए नेहरू डिग्री कॉलेज पहुंचे। इस दौरान रंजीत ने बताया कि उनका इकोनॉमिक्स का पेपर था और आज की ही उनकी शादी है। रंजीत कुमार सूर्या की शादी का कार्यक्रम चल रहा था और गुरुवार शाम को ही उनकी बारात गुना जानी थी। दोपहर में वह हल्दी मेहंदी लगा हुआ कॉलेज पहुंचे और परीक्षा दी।

हल्दी लगी होने से वह मुंह पर तौलिया और कमर में कटार बांधे हुए उन्होंने परीक्षा दी। जांच के दौरान कटार दिखी तो कॉलेज को शादी का पता चला। शादी से पहले रंजीत ने शिक्षा को महत्व देते हुए परीक्षा देने परीक्षा केंद्र पहुंचे। रंजीत ने केंद्र पर 2:00 से 5:00 तक परीक्षा दी और इसके बाद अपने गांव पहुंचे और बारात लेकर अपनी दुल्हनिया लेने गुना रवाना हो गए।

विदा के बाद परीक्षा देने कॉलेज पहुंची दुल्हन

वहीं, अनु ओझा भी अपने मायके से विदा होकर अपने ससुराल पहुंची। ससुराल से सीधे परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने के लिए पहुंची। इस दौरान अनु ओझा ने बताया कि जीवन में पढ़ाई का बहुत महत्व है। सभ्य और शिक्षित इंसान ही आगे चलकर तरक्की कर सकता है। इसलिए उन्होंने पढ़ाई को महत्व दिया।

रात में ही अनु शादी सहोदरी के राजू ओझा के साथ हुई और सुबह बारात की विदा हुई। विदा के बाद उन्होंने दोपहर में मंदिरों पर पहुंच कर पूजा करने की परंपरा को पूरा किया और दोपहर 2:00 बजे हल्दी, मेहंदी व आभूषण में सजी हुई वह परीक्षा देने कॉलेज पहुंची। बाइक से देवर उसे कॉलेज लेकर आया, जहां उसने परीक्षा दी।

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