धार्मिक

घर के मुख्य द्वार से आते हैं सुख-दुख, लेकिन इन चाँद ग़लतियों से बढ़ने लगती हैं परेशानियां

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के सुख-समृद्धि में मुख्य द्वार काफी अहम भूमिका अदा करता है। घर के मुख्य द्वार से ही सुख-दुख अंदर प्रवेश करते हैं। इसलिए वास्तु शास्त्र में घर के मुख्य द्वार की रचना पर जोर दिया गया है। हमारे घर का मुख्य द्वार सभी सुखों को देने वाला होता है और यह हमारे भवन का मुख्य अंग भी होता है।

अगर वास्तुपद रचना के मुताबिक गेट की स्थिति सही है, तो इससे कई दोषों का निवारण अपने आप हो जाता है और सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य, धन तथा यश कीर्ति में बढ़ोतरी होती है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से घर के मुख्य द्वार को लेकर कुछ जरूरी बातों को बताने वाले हैं, जिन्हें ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक है।

घर के मुख्य द्वार से जुड़ी इन बातों का रखें ध्यान

1. आप अपने घर के मुख्य द्वार को हमेशा साफ सुथरा रखें। रोजाना मुख्य द्वार की साफ सफाई करना बहुत ही आवश्यक है। ऐसा करने से घर में धन की कमी नहीं होती है। घर के मुख्य दरवाजे से ही सुख के साथ दुख भी घर में प्रवेश करता है। इसी वजह से घर में दुख और नकारात्मकता के प्रवेश को रोकना चाहते हैं, तो रोजाना दरवाजे की साफ सफाई जरूर करना चाहिए।

2. अगर आपके घर का मुख्य दरवाजा टूटा फूटा है या फिर दरवाजे को बंद करते या खोलते समय आवाज आती है तो ऐसी स्थिति में उसकी मरम्मत जरूर करा लीजिए। क्योंकि इसके कारण घर में नौकरी को लेकर समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। इस तरह के दरवाजे तरक्की होने में भी बाधा डालते हैं।

3. आपको अपने घर के मुख्य दरवाजे के कब्जों की भी देखरेख करना बहुत ही जरूरी है। अगर दरवाजे के कब्जों से आवाज आने लगती है या फिर कब्जों से पेंट निकल जाता है तो ऐसी स्थिति में घरों में रोग आने लगते हैं। इसलिए आप इस बात का ध्यान जरूर रखें। अगर आप इसका ध्यान रखते हैं, तो घर में सुख-समृद्धि और आरोग्यता का वास होता है। यदि किबाड़ का जोड़ गड़बड़ हो तो इसकी वजह से घर के मालिक को कई कष्ट झेलने पड़ते हैं।

4. आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि घर का मुख्य दरवाजा बहुत छोटा या फिर बहुत बड़ा नहीं होना चाहिए। आप भवन के अनुपात में ही घर का मुख्य दरवाजा लगाएं। अगर आप बहुत बड़ा दरवाजा लगाते हैं, तो इससे घर में धन नहीं रुकता है। किसी न किसी वजह से पैसा खर्च होता रहता है। वहीं बहुत छोटे दरवाजों की वजह से नौकरी या व्यापार में अच्छे अवसर प्राप्त होने में समस्याएं उत्पन्न होती रहती हैं।

5. आप इस बात का ध्यान रखें कि घर का मुख्य दरवाजा बिल्कुल पतला नहीं होना चाहिए। ऐसा होने पर अर्थाभाव का सामना करना पड़ सकता है। यदि दरवाजा टेढ़ा मेढ़ा है, तो यह अमंगलकारी होता है। इसकी वजह से दिमागी संतुलन बिगड़ जाता है। इतना ही नहीं बल्कि यह परिवार की शांति को भी प्रभावित करता है।

6. अगर मुख्य दरवाजा भवन के अंदर लटक जाए तो इसकी वजह से कई प्रकार के कष्ट का सामना करना पड़ सकता है। अगर बाहर की तरफ लटका हो तो उस घर में रहने वाले निरंतर प्रवास पर ही रहते हैं। खोलते या फिर बंद करते समय द्वार अटकना अच्छा नहीं माना जाता है।

7. घर के मुख्य प्रवेश द्वार पारदर्शी नहीं होना चाहिए। जिस घर के अंदर ऐसे दरवाजे लगे होते हैं वहां की सकारात्मकता बहुत ही जल्द खत्म हो जाती है।

8. आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि मुख्य द्वार पर किसी देवी देवता की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। अगर ऐसा किया जाए तो इससे उनका निरादर होता है और वह नाराज होकर घर की सम्पन्नता में कमी लाते हैं। इसलिए इसका ख्याल जरूर रखें।

9. घर के मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक, कलश, हाथ जोड़ने का चित्र आदि लगाना बहुत शुभ माना जाता है।

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