खुद गाड़ी चलाकर पिता के शव को घर लेकर आए थे शाहरुख़ खान, कहा था- मैं पिता की तरह नहीं मरना चाहता
15 की उम्र में शाहरुख़ खान ने खो दिया था पिता का साथ, जानिये कैसे हुई थी पिता की मौत
सुपरस्टार शाहरुख खान के लिए बॉलीवुड का ‘बादशाह’ बनना इतना आसान नहीं था। इसके पीछे शाहरुख की दिन रात मेहनत और लगन है जिसके बाद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम कमाया है। आज शाहरुख खान के करोड़ों फैंस हैं और हर कोई उनके संघर्ष के दिनों की कहानी से प्रेरित होते हैं। वहीं आज के युवा शाहरुख खान को अपना आइडियल मानते हैं और उन्हीं की तरह सफलता पाने की चाहत रखते हैं।
हालांकि शाहरुख के जीवन में कभी ऐसा भी दौर था जब वह पूरी तरह टूट चुके थे। गरीबी से परेशान हो गए थे और माता-पिता का भी साया उठ गया था। हालांकि फिर भी शाहरुख खान ने कभी हार नहीं मानी और मेहनत करते गए और एक दिन वह बॉलीवुड के ‘किंग’ बन गए।
एक इंटरव्यू के दौरान शाहरुख खान ने कहा था कि वह कभी भी अपने पिता की तरह नहीं मरना चाहते। दरअसल, शाहरुख खान के पिता मीर ताज मोहम्मद खान के निधन के बाद शाहरुख खान के परिवार को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। इतना ही नहीं बल्कि उनकी बहन शहनाज लालारुख बुरी तरह डिप्रेशन में चली गई थी और ऐसे में शाहरुख के कंधों पर घर की पूरी जिम्मेदारी आ गई थी। एक इंटरव्यू के दौरान शाहरुख ने अपने पिता को ‘सबसे सफल फैलियर’ बताया था। शाहरुख ने कहा था कि, “पिता की मौत के बाद से ही उनके अंदर एक खालीपन है। एक बेचैनी सी है। कुछ अजीब सा है जिसे वह एक्टिंग से भरने की कोशिश करते हैं।”
शाहरुख ने बताया था कि उनके पिता कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे। जब उनके पिता की मौत हुई थी तो उनकी उम्र महज 15 साल थी और वह बुरी तरह से टूट गए थे। पिता के निधन के बाद ड्राइवर ने उनकी डेड बॉडी घर लाने के लिए मना कर दिया था। ऐसे में शाहरुख़ ही गाड़ी चला कर पिता की बॉडी को घर तक लाए। हालांकि शाहरुख़ को ड्राइविंग नहीं आती है लेकिन फिर भी वह जैसे तैसे अपने पिता का शव घर लाए थे। इस दौरान गाड़ी में उनकी मां भी थी ऐसे में उनकी मां ने पूछा कि उन्होंने गाड़ी चलाना कब सीखा? ऐसे में शाहरुख ने जवाब में कहा था कि बस अभी..
इसके अलावा शाहरुख ने बताया कि उनकी बहन को पिता की मौत से गहरा सदमा लगा था। वह बुरी तरह डिप्रेशन में चली गई थी ऐसे में उन्होंने खुद को मजबूत रखा था। शाहरुख खान का कहना है कि उन्हें किसी भी तरह का डिप्रेशन ना हो इसलिए वह एक्टिंग करते हैं। शाहरुख ने ये भी कहा था कि, उन्हें अपने पिता पर गर्व था लेकिन वह एक अनजान बनकर नहीं मरना चाहते क्योंकि उनके पिता के अंदर कहीं ना कहीं फेलियर को लेकर डर था।
बता दें, शाहरुख खान का जन्म 2 नवंबर 1965 में दिल्ली में हुआ था। इनके पिता का नाम मीर ताज मोहम्मद खान था तो वहीं माता का नाम लतीफ फातिमा था। शाहरुख के पिता पेशावर पाकिस्तान से थे तो वही उनकी मां हैदराबादी थी। कहा जाता है कि शाहरुख के पिता स्वतंत्र सेनानी और वकील थे जो मौलाना अबुल कलाम आजाद के खिलाफ चुनाव भी लड़े थे लेकिन इसमें उनकी हार हुई थी।
बता दें, शाहरुख खान ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ‘दिल आशना है’ के जरिए की थी, लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा पहचान फिल्म ‘दीवाना’ के जरिए मिली। इतना ही नहीं बल्कि इस फिल्म के लिए शाहरुख खान को ‘बेस्ट न्यू एक्टर अवार्ड’ से भी नवाजा गया था। हालांकि इससे पहले शाहरुख खान टीवी सीरियल ‘फौजी’ में काम कर चुके थे। शाहरुख खान को साल 2005 में भारत सरकार ने पद्मश्री अवार्ड से भी नवाजा है। इसके अलावा भी शाहरुख़ खान को कई अवार्ड मिल चुके हैं। बहुत कम लोग जानते हैं कि, शाहरुख़ की ‘किंग खान’ की ख्याति केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हैं।