स्वास्थ्य

बच्चों को चॉकलेट-आइसक्रीम की जगह दे ये चीजे, सेहत के साथ उनका मूड भी रहेगा गुड

बच्चों में ज्यादातर मूड स्वींग के मामलों को आप देखती ही होगी। बच्चों की चिड़चिड़ाहट औैर उनके जिद्दी रवैये को अक्सर हम इग्नोर कर देते हैं। लेकिन बच्चोें की इन हरकतों को इग्नोर कर देना आपको बहुत भारी भी पढ़ सकता है। बच्चों की चिड़चिड़ाहट की वजह उनका खाना भी होता है। अपने बच्चों के मूड स्वींग को ठीक करने के लिए आपको उनकी डाइट पर नजर रखना जरुरी है।

जंक फूड्स से होती हैं चिड़चिड़ाहट

जंक फूड के चलन के बीच आप भी अक्सर अपने बच्चों को इंस्टेंट फूड देना ज्यादा सुविधाजनक समझती होगी, लेकिन इस तरह का खाना आपके बच्चों के विकास को कमजोर कर देता है। और इन्हीं तरह के खाने से आपके बच्चों में चिड़चिड़ाहट और मूड स्वींग होने लगते हैं। डॉक्टर्स भी मानते हैं कि बच्चों के खाने में ऐसे पदार्थ जिनमें ज्यादा शुगर या रिफाइंड कार्ब का होना उनमें स्ट्रेस हार्मोंस को रिलीज करता हैं। जिससे बच्चों में चिड़चिड़पन बढ़ने लगता हैै। ऐसे ममें जरुरी है कि आप अपने बच्चोें के खाने से ऐसी चीजों को दूर ही रखे जो कि आपके बच्चों की सेहत पर असर डाल रही हो।

इन फूडस को ना दें

डॉक्टर्स की माने तो बच्चों को ज्यादा चॉकलेट, आइसक्रीम या डोनट और कपकेक जैसे फूड नहीं देना चाहिए। अपने बच्चों की डाइट से आपको ये चीजें बिलकुल हटा देना चाहिए। इसके अलावा कई बार जब आपका बच्चा किसी बात पर उदास या रोने लगता हैं तो आप उसे चुप कराने या खुश करने के लिए उसकी मनपसंद जंक फूडस का लालच देते हैं। जो कि आपके बच्चों  में ओवर इटिंग को बढ़ा सकता हैं। डॉक्टर्स का मानना हैं कि ऐसा करने से बच्चों में इमोशनल ईटिंग की आदत लग सकती है। जिससे वे फिर लो फील करने पर इस तरह की अनहेल्दी चीजें खाने की आदत अपना सकता है।

बच्चों के लिए बेहतरीन हैं ये फूड्स

ऐसे में अपने बच्चों के मूड को ठीक करने के लिए आप ऐसे फूड्स को चून सकती हैं जो कि आपके बच्चे की सेहत पर कोई बूरा असर ना डालता हो। इसके लिए आप अपने बच्चों की डाइट में इन पदार्थों को शामिल कर सकती हैं।

डॉक्टर्स की माने तो ताजी सब्जियां ना सिर्फ सेहत को बल्कि मूड को भी ठीक करने में कारगर साबित होती है। बच्चे के खाने में एस्पैरेगस, शिमला मिर्च, गाजर, पालक, ब्रोकली, केल और पत्तागोभी शामिल करें।

इनके अलावा आप अपने बच्चे की सेहत को सुधारने और उनकी ईटिंग हैबिट को सुधारने के लिए होलग्रेन ब्रेड, अनाज और चावल भी खिला सकती है। डॉक्टर्स के मुताबिक साबुत अनाजों में विटामिन बी होता है जो बच्चो में चिड़चिड़ाहट को ठीक कर उन्हें शांत करता हैं। आप चाहे तो बच्चों को ओटमील भी खिलाएं क्योंकि ये मस्तिष्क में सेरोटोनिन नाम के केमिकल को पैदा करता है जिससे बच्चा खुश महसूस करता है।

बच्चों के दिमाग से स्ट्रेस दूर करने के लिए आप उन्हें डैली नट्स खिलाएं, इनमें आप बादाम, अखरोट और भी दूसरे सूखे मैवों को शामिल कर सकते हैं। बच्चों को ज्यादातर फ्रूट्स पसंद होते हैं। ऐसे में आप उन्हें शुगर वाली चीजों की बजाय उनके पसंदीदा फल खिलाएं। यह आपके बच्चों की मीठा खाने की इच्छा को पूरा करने के साथ ही उनकीी सेहत के लिए भी बेहतरीन तरीका है।

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