मुजफ्फरपुर में महिला ने एक साथ दिया 3 बच्चों को जन्म, बच्चों को देख डॉक्टर ने कही एक ख़ास बात

जब शादी के बाद कोई महिला पहली बार मां बनती है, तो वह समय उसकी जिंदगी का सबसे हसीन पल होता है। मां बनने का सुख क्या होता है, एक मां ही समझ सकती है। जिन महिलाओं को पहली बार मां बनने का सौभाग्य मिलता है, उनकी खुशी का अंदाजा लगा पाना बहुत मुश्किल है। अक्सर देखा गया है कि शादी के बाद कई महिलाएं सालों तक संतान सुख के लिए तरस जाती हैं।
जिन महिलाओं को अपने जीवन में संतान का सुख नहीं मिलता है, वह संतान प्राप्ति की लालसा में तड़पती रहती हैं। वहीं कुछ महिलाओं को शादी के बाद जल्द ही संतान सुख की प्राप्ति हो जाती है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान से अगर सच्चे दिल से प्रार्थना की जाए तो भगवान कभी किसी की झोली खाली नहीं रहने देते हैं।
इसी बीच मुजफ्फरपुर से एक मामला सामने आया है, जहां पर एक महिला ने एक साथ तीन स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया है। जैसे ही यह मामला सामने आया, लोग आश्चर्य में पड़ गए। महिला का एक बेटा और एक बेटी पहले से ही है। यह महिला का तीसरा प्रसव था। चिकित्सक ने बताया कि पीएचसी में इस तरह का मामला पहला है। तीनों बच्चे और मां पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
महिला ने एक साथ दिया 3 बच्चों को जन्म
दरअसल, आज हम आपको जिस मामले के बारे में बता रहे हैं यह जिले के बंदरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है। पीएचसी प्रभारी डॉ. नौशाद अहमद के द्वारा ऐसा बताया गया कि बलिगामा निवासी सत्तन साहनी की 27 वर्षीय पत्नी पुष्पा देवी 9 महीने से गर्भवती थी। उसको अचानक से प्रसव पीड़ा हुई, तो उसे पीएचसी में एडमिट कराया गया। यहां करीब 2 घंटे बाद सामान्य प्रसव से महिला ने एक साथ 3 बच्चों को जन्म दिया।
महिला ने एक साथ तीन बेटों को जन्म दिया है, जिसकी वजह से माता-पिता और स्वजन की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। वहीं हॉस्पिटल के कर्मचारियों में भी काफी उत्सुकता और खुशी देखने को मिली। मां और बच्चों की स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा विशेष देखभाल भी की जा रही है।
महिला के पहले से ही हैं दो बच्चे
पुष्पा देवी के स्वजनों के द्वारा ऐसा बताया गया कि उसके पहले से ही एक बेटा और एक बेटी है। पुष्पा देवी का यह तीसरा प्रसार है। चिकित्सक के साथ सहयोगी एएनएम श्यामा और मीना एवं अन्य चिकित्साकर्मी भी बन्दरा पीएचसी में पहली बार हुए तीन बच्चे के जन्म पर काफी उत्साहित नजर आ रहे थे। बच्चे का वजन 2 किलो, ढाई किलो तथा 1.9 किलो है। मामला सामने आने के बाद चिकित्सा कर्मी एवं हॉस्पिटल में मौजूद लोग आश्चर्य में पड़ गए।
डॉक्टर बोले- पहली बार देखा है ऐसा मामला
प्रसव चिकित्सा दल में शामिल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. नौशाद अहमद ने बताया कि पीएचसी में इस तरह का पहला मामला है। चिकित्सक के द्वारा ऐसा बताया गया कि प्रसव पीड़ित महिला को देखने से एक से ज्यादा बच्चे होने का अनुमान लग रहा था। इसलिए सतर्कता पहले से ही बढ़ा दी गई थी। इमरजेंसी के लिए संबंधित सिस्टम अलर्ट पर था। सफल प्रसव के बाद सभी के चेहरे खिल गए।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. नौशाद अहमद ने बताया कि उन्होंने जीवन में पहली बार एक साथ तीन बच्चे के जन्म का मामला देखा है। संयोग से ऐसे मरीज के प्रसव चिकित्सा सेवा का मौका भी मिला। सफल एवं सामान्य प्रसव से उन्हें भी हौसला बढ़ा है।