समाचार

आषाढ़ी एकादशी : परिवार संग विट्ठल रुक्मिणी मंदिर पहुंचे CM एकनाथ शिंदे, दर्शन कर महाआरती की

आषाढी एकादशी पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपनी पत्नी लता शिंदे के साथ पंढरपुर विट्ठल रुक्मणी मंदिर पहुंचे जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर चर्चा में है। बता दें, यहां पर इन दोनों ने विधिवत पूजा अर्चना की और आरती में हिस्सा लिया। गौरतलब है कि यहां पर पूरे प्रदेश और देश भर के अलग-अलग क्षेत्रों से श्रद्धालु पहुंचते हैं और भगवान विट्ठल के दर्शन करते हैं। ऐसे में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी अपनी पत्नी के साथ आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे।

cm eknath shinde

पूरे परिवार के साथ एकनाथ शिंदे ने किए दर्शन
बता दें महा एकादशी हिंदू महीने के शुक्ल पक्ष की 11वीं चंद्रातिथि पर आती है जिसे देवशयनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन का महत्व भगवान विष्णु से जुड़ा हुआ है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, “आषाढ़ी एकादशी के पावन पर्व की शुभकामनाएं। भगवान विट्ठल का आशीर्वाद हम पर बना रहे और हमारे समाज में खुशहाली की भावना बढ़ती रहे। मन की बात का एक अंश साझा कर रहा हूं, जिसमें हमने वारकरी परंपरा और पंढरपुर की दिव्यता की बात की थी।”


बता दें यहां मंदिर पुणे शहर से करीब 200 किलोमीटर दूर और मुंबई से करीब 400 किलोमीटर दूर है। यह परंपरा काफी लंबे समय से चली आ रही है जिसके मुताबिक महाराष्ट्र के मौजूदा मुख्यमंत्री हर साल अषाढ़ी एकादशी के अवसर पर सोलापुर जिले के पंढरपुर शहर में स्थित भगवान विट्ठल के मंदिर में पूजा अर्चना और समाज की समृद्धि की कामना करते हैं। ऐसे में एकनाथ शिंदे ने अपनी पत्नी लता शिंदे के साथ किसान, मजदूरी और व्यापारी समुदाय समेत सभी लोगों के सुख और समृद्धि की कामना की। बता दे इस दौरान उनकी पत्नी सहित उनके पुत्र श्रीकांत सिंह और उनका परिवार भी मौजूद था।

cm eknath shinde

भगवान विष्णु के दर्शन करने के बाद एकनाथ शिंदे ने मंदिर परिसर में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘‘भगवान विट्ठल के आशीर्वाद से लोगों के सभी दुख और कष्ट दूर हो जाएंगे क्योंकि यह सरकार आम आदमी की है। किसान हों, मजदूर हों, समाज के सभी वर्गों के लोगों को यह महसूस करना चाहिए कि यह सरकार उनकी है। हम अपने काम के जरिए ऐसी भावना पैदा करने की कोशिश करेंगे। पिछले दो वर्षों से कोविड-19 महामारी के कारण पैदल यात्रा नहीं हो सकी, लेकिन इस बार 10 लाख से अधिक वारकरी भगवान विट्ठल का आशीर्वाद लेने आए हैं।’’

cm eknath shinde

उन्होंने कहा कि, ‘‘जहां भी भारी बारिश हो रही है, राज्य मशीनरी यह सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय है कि जान-माल का नुकसान न हो। अगर इस साल अच्छी बारिश होती है तो किसानों की अच्छी फसल होगी। राज्य सरकार यह पता लगा रही है कि राज्य के पश्चिमी हिस्से में नदियों से बारिश का पानी, जो समुद्र में बेकार चला जाता है, उसे मराठवाड़ा के सूखा प्रभावित क्षेत्रों की ओर कैसे भेजा जा सकता है। मुझे यकीन है कि भगवान विट्ठल के आशीर्वाद से इस प्रयास में हम सफल होंगे। प्रधानमंत्री ने हमसे कहा कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र के विकास के लिए हर संभव मदद करेगी और राज्य के लोगों के लिए ‘अच्छे दिन’ लाने के लिए बेहतर योजनाओं को लागू किया जाए।’’

cm eknath shinde

हर दुःख में एकनाथ शिंदे की ढाल बनी पत्नी लता
बता दें, लता शिंदे और एकनाथ शिंदे मूल रूप से सातारा के रहने वाले हैं। कहा जाता है कि लता ने हमेशा एकनाथ शिंदे के सुख-दुख में साथ दिया है। साल 2000 में इन दोनों ने अपने 11 और 7 साल के 2 बच्चों को खोया है। दरअसल, झील में नाव के पलट जाने से इन दोनों बच्चों की मौत हो गई थी जिसके बाद एकनाथ शिंदे डिप्रेशन में चले गए थे, हालांकि उनकी पत्नी ने हमेशा उनका साथ दिया।

cm eknath shinde

इसके अलावा एकनाथ शिंदे का एक बेटा डॉ. श्रीकांत शिंदे है, जो एक आर्थोपेडिक सर्जन और कल्याण क्षेत्र से सांसद भी हैं। बता दें, एकनाथ शिंदे अपने परिवार के साथ ‘शुभदीप’ नाम के एक बंगले में रहते हैं। उनके परिवार में बेटा श्रीकांत, लता शिंदे, बहू वृषाली और पोता रुद्रांश है।

Related Articles

Back to top button