नक्सलियों से भिड़ने के लिए तैयार हुआ सबसे बड़ा बख्तरबंद व्हीकल, छूटेंगे दुश्मन के पसीने

मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्थित व्हीकल फैक्ट्री में देश का सबसे बड़ा बख्तरबंद सुरंग रोधी वाहन बनकर तैयार हो चुका है और अब यह अपने आखिरी चरण पर भी पहुंच गया है। कहा जा रहा है कि अगर यह वाहन अपने ट्रायल में सफल हो जाता है तो इस तरह के करीब 10 बख्तरबंद वाहन सीआरपीएफ को दे दिए जाएंगे।
बता दें, ये नया वाहन कई सुविधाओं से लबरेज है। ऐसे में दुश्मन इसके सामने टिक नहीं पाएंगे। हालांकि फिलहाल इन वाहनों का उपयोग नक्सली क्षेत्रों में किया जाएगा। यदि सब कुछ ठीक रहा तो उसके बाद ही यह सीआरपीएफ को सौंपे जाएंगे। आइए जानते हैं इसकी क्या-क्या खासियत है?
इन खूबियों से लबरेज हैं बख्तरबंद
गौरतलब है कि काफी लंबे समय से सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स यानी कि नक्सली क्षेत्र में ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए इस तरह के वाहनों की कमी महसूस कर रही थी। ऐसे में एक नया वाहन तैयार हो चुका है। हालांकि नया वाहन पुराने वाहनों के मुकाबले कई तरह की खूबियों से भरपूर है। बता दे नए वाहन के स्पेसिफिकेशन को सुरक्षा कारणों से गोपनीय रखा गया है।
कहा जा रहा है कि इस नए वाहन में 3XL होंगे और कुल 6 व्हील होंगे। इसके साथ ही यह पानी, आड़े-टेड़े रास्ते, कीचड़ जैसे रास्तों में बिना परेशानी आए दौड़ेगा। वहीं वाहन के फ्रंट ग्लास में गन पोर्ट बनाया गया है जिसे आसानी से काटकर फायरिंग की जा सकेगी और वहीं वाहन के अंदर बैठे सुरक्षाकर्मी को कोई नुकसान नहीं होगा।
इसके अलावा नए वर्जन के वाहन में रॉकेट लॉन्चर रखने के लिए एक स्टैंड बनाया गया है। दरअसल पहले इस तरह की कोई सुविधा ना होने के कारण सुरक्षाकर्मियों को असुविधा महसूस होती थी लेकिन अब इसका इंतजाम होने के बाद आसानी होगी।
नए वर्जन के वाहन में मिलेगी ये खास सुविधा
वहीं पुराने वाहन को खींचने के लिए काफी परेशानी होती थी लेकिन नए वर्जन में आगे और पीछे दोनों तरफ विंच लगाए गए हैं। ऐसे में एमपीवी खराब होने की स्थिति में इसे आसानी से खींचा जा सकेगा। एमपीवी को खराब होने की स्थिति में खींचने के साथ साथ दूसरे वाहन को भी आसानी से टोचन किया जा सकेगा।
इसके अलावा ने वाहन रियर व्यू कैमरों से भी लबरेज है जिससे वाहन के भीतर से ही पीछे की तरफ भी नजर रखी जा सकेगी। इसके अलावा वाहन के नए वर्जन के चारों कोने पर सर्च लाइट भी फिट कर दी गई है, ताकि रात में जवानों को किसी भी तरह की प्रॉब्लम ना हो और उन्हें मोमेंट करने में भी आसानी होगी।
बता दे सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स में ऐसे वाहनों की काफी दिनों से डिमांड थी। खासतौर पर नक्सली क्षेत्रों में ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए। अब यह वाहन बनकर तैयार हो गया जो खूबियों के साथ-साथ अपने आप में अलग भी है।