समाचार

दूल्हा तो विकलांग है.. मैं शादी नहीं करूंगी, फिर 9 घंटे बाद जो हुआ वह देख पछताई दुल्हन

कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता है। कमी हर किसी में होती है। लेकिन कुछ लोग होते हैं जिन्हें हमेशा एक परफेक्ट जीवन साथी की तलाश होती है। अब उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के भोगांव का ये अनोखा मामला ही ले लीजिए। यहां एक दुल्हन ने जयमाला के दौरान दूल्हे से शादी करने से इसलिए इंकार कर दिया क्योंकि वह हाथ से विकलांग था।

लेकिन दूल्हे की कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। दुल्हन ने जब उसकी दिव्यांगता देख शादी से इंकार किया तो भगवान ने उसका साथ दिया। महज 9 घंटे बाद कुछ ऐसा हुआ कि दूल्हे का सिर गर्व से उठ गया और दुल्हन हाथ पर हाथ धरी बैठी रही। तो चलिए इस अनोखी शादी को विस्तार से जानते हैं।

दूल्हे की दिव्यांगता देख दुल्हन ने तोड़ी शादी

स्वर्गीय रजनीश कुमार वर्मा के बेटे विकास वर्मा मूल रूप से दिल्ली के सुल्तानपुरी के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी शादी भोगांव के मिश्राना मोहल्ला की रहने वाली एक युवती से की थी। शनिवार 9 जुलाई उनकी शादी थी। ऐसे में तय दिन और समय पर विकास अपनी बारात लेकर पहुंच गया।

शुरुआत में सबकुछ सही रहा। वधु पक्ष ने बारातियों का अच्छे से स्वागत किया। द्वारकाचार की रस्म भी अच्छे से हो गई। लेकिन असली बवाल जयमाला के दौरान हुआ। यहां दुल्हन की नजर दूल्हे के हाथ की दिव्यांगता पर गई। ऐसे में उसने दूल्हे के गले में जयमाला डालने से इंकार कर दिया। वह शादी न करने की जिद पर अड़ गई।

जल्द दुल्हन के इस नखरे ने विवाद का रूप ले लिया। करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए। एक शख्स ने तो दुल्हन पक्ष पर अपनी सोने की चेन तोड़ने का आरोप भी लगाया। विवाद बढ़ता देख पुलिस मौके पर आ गई। पुलिस ने जैसे-तैसे दोनों पक्षों का समझौता कराया। विदुला बिना दुल्हन को लिए अपनी बारात लेकर कस्बा करहल स्थित नाना के घर चला गया।

9 घंटे बाद मिल गई दूसरी दुल्हन

अब दूल्हा पक्ष ने नई दुल्हन खोजना शुरू कर दिया। समाज के लोगों ने इटावा के सती मोहल्ला में रहने वाले संतराम कश्यप की बेटी सुनीता का रिश्ता बताया। पूरा मामला जानने के बाद सुनीता और उसके घरवाले इस शादी को राजी भी हो गए। बाद फिर क्या था अगले ही दिन रविवार रात विकास और सुनीता ने 7 फेरे ले लिए।

विकास की शादी को टूटे बस 9 घंटे ही हुए थे कि उसे नई नवेली दुल्हन मिल गई। इस बात से विकास और उसके परिजनों की खुशी सातवे आसमान पर जा पहुंची। वह इटावा से शादी कर दुल्हन को करहल ले आए। उधर दूल्हे को ठुकराने वाली दुल्हन अभी भी घर में कुंवारी बैठी है। उसके घरवालों को दूल्हे की तलाश है।

Related Articles

Back to top button