युद्ध के बीच डॉग को छोड़ गए अकेला, 4 महीने बाद लौटा परिवार तो कुत्ता कर रहा था घर पर इंतजार

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध लगातार जारी है। इस युद्ध ने यूक्रेन में जिस प्रकार से तबाही फैलाई है, उससे उबर पाना देश के लिए काफी मुश्किल है। वैसे देखा जाए तो रूसी लोगों को भी भारी नुकसान झेलना पड़ा है परंतु यूक्रेनवासी ही घर छोड़कर भागने पर मजबूर हुए। रूस-यूक्रेन के युद्ध के दौरान यूक्रेन में बहुत से लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो गए।
अपनी जान बचाने के लिए किसी ने अपने सगे-संबंधियों को पीछे छोड़ दिया, तो किसी ने अपने पालतू जानवरों तक को पीछे छोड़ दिया। कुछ एक ऐसी ही कहानी एक महिला के साथ हुई, जिसने आनन-फानन में देश छोड़ा, जिसके चलते उसे अपने पालतू कुत्ते को भी पीछे छोड़ कर जाना पड़ा।
मजबूरी में अपने पालतू कुत्ते को ही छोड़ देना पड़ा
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यूक्रेन की रहने वाली 35 वर्षीय कैटरीना टायटोवा अपने पति ऑलेक्सैंडर, दो बच्चों और हस्की ब्रीड के पेट डॉग के साथ हॉस्टोमल शहर में रहा करती थीं। जब मार्च के महीने में रूस ने इस शहर पर हमला कर दिया और यहां के अहम एयरपोर्ट पर कब्जा करना शुरू किया, तब परिवार को ना चाहते हुए भी शहर छोड़कर भागना पड़ा।
परिवार तो परिस्थितियों के आगे मजबूर हो गया था। मजबूरी में उन्हें अपने कुत्ते को भी हॉस्टोमल में छोड़ना पड़ गया। लेकिन यह पेट डॉग उनके जाने के बाद भी महीनों तक उनका इंतजार करता रहा।
परिवार 4 महीने के लिए पालतू कुत्ते से हो गया दूर
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह परिवार अपना शहर छोड़ कर अपने दोस्त के घर Vinnytsia शहर में जाकर रहने लगा और युद्ध खत्म होने के इंतजार में परिवार लग गया। ऑडिटी सेंट्रल की रिपोर्ट के अनुसार, परिवार को यह बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि उनका पालतू कुत्ता सुरक्षित होगा। मगर जब अधिक समय बीत गया तो उनकी उम्मीद भी खत्म होती चली गई। जब समय के साथ तबाही बढ़ती रही तो उनके मन में पेट डॉग के जिंदा होने की उम्मीद भी मिटती रही।
जब स्थिति कुछ हद तक सामान्य हो गई, तब कैटरीना अपने परिवार के साथ चार महीने बाद अपने घर को वापस लौटीं। जैसे ही वह घर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि पालतू कुत्ता उनका इंतजार करते हुए वहीं पर खड़ा था। यह सब देख कर उनकी आंखों में उस समय आंसू आ गए।
कुत्ते को देख परिवार हो गया भावुक
कैटरीना के अनुसार जब उन्होंने कुत्ते को देखा तो पूरा परिवार भावुक हो गया और उनकी आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा कि यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। कैटरीना ने बताया कि जब वह शहर वापस आए और उन्होंने वहां का हाल देखा तो उन्हें रोना आ गया क्योंकि सब कुछ बर्बाद हो चुका था। ऐसे में पूरे परिवार का मन दुखी था, उन्हें लगा कि बेली भी नहीं बचा होगा। मगर जैसे ही उन्होंने अपने पालतू कुत्ते बेली को वहां उनका इंतजार करते हुए उनके स्वागत में खड़ा देखा तो उन्हें लगा कि उन्हें दुनिया की सबसे बड़ी खुशी मिल गई हो।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साइबेरियन हस्की ब्रीड का यह कुत्ता शेलिंग के दौरान वहीं कहीं छुप गया था और इधर-उधर पड़ी चीजों को खाकर जीवित रहा। उसे लगा होगा कि उसका परिवार यहीं आसपास है, इसीलिए वो उनका इंतजार करता रहा था। जब उसका परिवार घर लौटा तो वह वहीं पर खड़ा उनका इंतजार कर रहा था।