विशेष

भारत ने पाकिस्तान की 13 वर्षीय लड़की को दी नई जिंदगी, फ्री इलाज कर झुकी गर्दन से दिलाई निजात

अक्सर हम सभी लोग खबरों में भारत और पाकिस्तान की दुश्मनी से जुड़ी हुई खबरें पढ़ते रहते हैं। परंतु कभी-कभी ऐसी खबर भी सामने आ जाती हैं, जिसे सुनने के बाद बहुत अच्छा महसूस होता है। इसी बीच देश की राजधानी दिल्ली से दोनों देशों के बीच एक बड़ी ही सुखद खबर निकल कर सामने आई है। दरअसल, यहां पर डॉक्टरों के प्रयास और कोशिश से एक पाकिस्तानी लड़की को नया जीवन मिल गया है।

बता दें कि पाकिस्तान के सिंध प्रदेश कि 13 वर्षीय अफशीन गुल को दिल्ली के अपोलो अस्पताल के डॉक्टर राजगोपालन कृष्णन ने नया जीवन दिया है। दरअसल, एक दुर्घटना में अफशीन गुल की गर्दन 90 डिग्री पर झुक गई थी, जिसके बाद कभी स्कूल नहीं जा सकती थी और ना ही अपने दोस्तों के साथ खेल सकती थी। वहीं अफशीन गुल के परिवार वालों ने भी सभी उम्मीदें छोड़ दी थी। ऐसे में उम्मीद की किरण बनकर सामने आए डॉक्टर राजगोपालन कृष्णन ने पाकिस्तान की बेटी अफशीन को नया जीवन प्रदान किया।

जी रही थी बड़ी मुश्किलों भरी जिंदगी

आपको बता दें कि एक हादसे में अफशीन गुल की गर्दन 90 डिग्री झुक गई थी, जिसके बाद उसकी जिंदगी तमाम मुश्किलों से गुजर रही थी। अफशीन गुल का स्कूल जाना तक बंद हो गया। इतना ही नहीं बल्कि वह अपने दोस्तों के साथ भी खेलकूद नहीं पा रही थी। उसका जीवन बहुत मुश्किलो भरा हो गया था। वहीं उसने और उसके परिवार ने तो सारी उम्मीदें ही खो दी थीं।

लेकिन इसी बीच सीमा पार के डॉक्टर राजगोपालन कृष्णन उम्मीद की किरण बनकर सामने आए। उन्होंने मासूम बच्ची के जीवन के अंधकार को दूर कर दिया। पाकिस्तान के सिंध प्रदेश की 13 साल की अफशीन गुल को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में एक नई जिंदगी दी गई।

4 मेजर ऑपरेशनों से गुजर कर अफशीन की गर्दन हो गई ठीक

आपको बता दें कि अफशीन की गर्दन 4 मेजर ऑपरेशनों से गुजरकर ठीक हो गई है। अब मासूम के चेहरे की मुस्कुराहट लौट आई है और यह बात भी कर पा रही है। डॉक्टर राजगोपालन कृष्णन वीडियो कॉलिंग के जरिए मासूम की हर सप्ताह जांच कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सिंध प्रदेश की रहने वाली अफशीन गुल की गर्दन 10 महीने पहले 90 डिग्री झुक गई थी।

दरअसल, अफशीन गुल अपनी बहन की गोद से फिसल गई थी जिसके बाद इस मासूम बच्ची के माता-पिता उसको डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे, परंतु इसके बावजूद भी हालत में कोई भी सुधार नहीं हुआ। इस मासूम का दर्द बद से बदतर होता गया। वहीं माता-पिता की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से वह मासूम के इलाज का खर्च उठाने में सक्षम नहीं थे। इसी दौरान मासूम गुल सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित हो गई। दो समस्याओं से मासूम गुल जूझ रही थी। 12 सालों तक कमजोर कंधों पर पीड़ा सहन करती रही।

डॉक्टर हमारे लिए भगवान से कम नहीं है

आपको बता दें कि गुल के भाई का नाम याकूब कुंबार है। याकूब कुंबार ने ऐसा बताया कि पिछले साल मार्च में बहन के इलाज के लिए वह भारत आए थे। इस दौरान बहन अफशीन को लेकर एक ब्रिटिश पत्रकार अलेक्जेंड्रिया थॉमस ने उस पर एक स्टोरी की। इसके बाद एक दयालु डॉक्टर राजगोपालन कृष्णन ने संपर्क किया।

याकूब कुंबार ने बताया कि उन्होंने मेरी बहन का इलाज करने की मुफ्त में पेशकश की। हम बहुत ज्यादा खुश हैं। याकूब कुंबार ने बताया कि डॉक्टर ने बहन की जान बचाई है। हमारे लिए वो भगवान से कम नहीं हैं। बता दें कि याकूब की बहन के चेहरे की मुस्कुराहट लौट आई है और बात भी कर पा रही है।

Related Articles

Back to top button