हाथरस कांड में आरोपी संदीप के पिता का दावा, रेप के वक्त वह मेरे साथ था, नार्को के लिए हूं तैयार
हाथरस कांड में एसआईटी के बाद अब सीबीआई तफ्तीश में जुटी हुई है। बता दें कि पिछले दो-तीन दिनों से सीबीआई की एक टीम हाथरस में डेरा जमाए हुए हैं। सीबीआई ने पीड़ित परिवार के साथ साथ सभी आरोपियों के परिवार से भी पूछताछ की है। सीबीआई ने आरोपियों के घर छापेमारी करके कई सबूत भी बरामद किए हैं। सीबीआई ने पहले दिन पीड़िता के भाई संदीप को घटनास्थल पर ले जाकर सीन रीक्रिएट किया था। बता दे सीबीआई हर एंगल से घटना की जांच कर रही है। वहीं एसआईटी ने भी पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों से पूछताछ करके अपनी रिपोर्ट तैयार की है। खबर है कि एसआईटी 17 अक्टूबर के बाद अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप देगी। एसआईटी स्थानीय पुलिसकर्मियों की लापरवाही के बाद केस में उनकी भूमिका पर जांच कर रही थी।
रेप के वक्त पिता के साथ था संदीप
सीबीआई की टीम ने सभी आरोपियों के घर जाकर उनके परिजनों से पूछताछ की है। सबसे पहले टीम लवकुश के घर गई थी। वहां 3 घंटे की पूछताछ के बाद सीबीआई संदीप, रवि और रामू के घर पहुंची। पूछताछ के दौरान आरोपी संदीप के पिता नरेंद्र सिंह ने सीबीआई के सामने चौंका देने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि लड़की के साथ रेप होने का जो समय बताया जा रहा है उस वक्त उनका बेटा संदीप उनके साथ था। उन्होंने यह भी बताया है कि दोनों परिवारों के बीच पहले विवाद था। साल 2001 में लड़की के दादा कि शिकायत करने के बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। लेकिन उनके बेटे ने उस लड़की के साथ कुछ गलत नहीं किया। उन्होंने आगे बताया कि उन्हें गांव के ही किसी आदमी से लड़की के घायल होने की खबर मिली थी। अपने इन दावों के साथ नरेंद्र सिंह ने कहा है कि वह नार्को टेस्ट कराने के लिए भी तैयार हैं।
सीबीआई ने घर से बरामद किए हैं सबूत
सीबीआई की टीम ने सभी आरोपियों के परिजनों के से पूछताछ के साथ-साथ उनके घरों पर छापेमारी भी की है। इस दौरान सीबीआई संदीप के घर से फोन और मार्कशीट लेकर गई है। वही रवि के पिता ने बताया है कि सीबीआई उनके घर से रवि के कुछ डाक्यूमेंट्स लेकर गई हैं। बता दें कि लवकुश के घर से सीबीआई ने लाल निशान के धब्बे वाले कपड़े बरामद किए हैं। जिसकी फॉरेंसिक जांच करके पता लगाया जाएगा कि वह निशान खून के हैं या नहीं। खबर है कि सीबीआई जल्द ही चारों आरोपियों से पूछताछ करने के लिए कोर्ट से इजाजत लेगी। बता दें कि सभी आरोपी अभी अलीगढ़ जेल में बंद है। 20 से लेकर 26 सितंबर के बीच सभी आरोपियों को अलग-अलग गिरफ्तार किया गया था। जेल अधीक्षक का कहना है कि रवि को छोड़कर बाकी तीनों आरोपियों ने गिरफ्तारी के बाद से अपने परिवार से कोई बात नहीं की है। हालांकि चारों आरोपियों ने हाथरस एसपी को एक पत्र लिखकर अपने बेकसूर होने और केस को ऑनर किलिंग का मामला होने की बात कही थी।