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बाप बेचता था गोलगप्पे तो बेटी के जन्मदिन पर लोगों को एक लाख गोलगप्पे मुफ्त खिलाये : PICS

बेटियां घर की लक्ष्मी होती हैं। बेटी पूरे वंश को चलाती हैं। बेटियां बोझ नहीं होती। बेटी हमारे घर की शान होती है। बेटी अपना आधा जीवन मां-बाप के घर बिताती हैं। शादी के बाद जब बेटी ससुराल चली जाती है, तो पूरा घर सूना सूना हो जाता है। बेटी की सिर्फ यादें ही घर में रह जाती है। अगर हम प्राचीन समय की बात करें, तो बेटियों को स्कूल में पढ़ाने के लिए नहीं भेजा जाता था। सिर्फ लड़कों को ही स्कूलों में पढ़ने के लिए भेजा जाता था।

प्राचीन समय में लड़कियों को रोटी बनाना, खाना बनाना, कपड़े धोना सिखाया जाता था। लेकिन धीरे-धीरे समय बदल गया। लोग यह बात समझने लगे कि बेटियों को भी हमें पढ़ाना चाहिए। उनको आगे बढ़ाना चाहिए और यह सोच धीरे-धीरे सभी लोगों के मन में बसने लगी। आज बेटा और बेटी में कोई भी फर्क नहीं है। लड़कियां हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर रही हैं।

देश की कई लड़कियां विकास की ओर बढ़कर देश के मान-सम्मान को ऊंचा उठा रही हैं। इसलिए बेटियां हमारे घर की अनमोल परी हैं। बेटी के बिना हमारे घर का आंगन सूना सूना लगता है। अब समय के साथ-साथ लोगों की सोच बदल रही है। इसी बीच मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक मामला सामने आया है, जहां पर एक पिता ने अपनी बेटी के पहले जन्मदिन पर एक लाख गोलगप्पे मुफ्त में लोगों को खिलाएं। इसी गोलगप्पे वाले ने अपनी बेटी के जन्म पर भी पचास हजार गोलगप्पे मुफ्त में खिलाए थे।

एक अनोखी पहल की लोगों ने की सराहना

आज हम आपको जिस व्यक्ति के बारे में बता रहे हैं उसका नाम अंचल गुप्ता है। अंचल गुप्ता भोपाल के कोलार इलाके में गोलगप्पे बेचते हैं। अंचल गुप्ता की बेटी का नाम अनोखी है। बुधवार को उनकी बेटी अनोखी पूरे एक साल की हो गई। अपनी बेटी के पहले जन्मदिन की खुशी में अंचल गुप्ता ने लोगों को मुफ्त में एक लाख गोलगप्पे खिलाएं।

अपनी बेटी के पहले जन्मदिन की खुशी सबके साथ शेयर करने और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देने के मकसद से अंचल गुप्ता ने सिर्फ स्थानीय लोगों को ही नहीं बल्कि कोलार रोड पर गुजरने वाले राहगीरों को भी मुफ्त गोलगप्पे खाने का निमंत्रण दिया।

जब लोगों को लुफ्त लेते हुए उनकी बेटी के जन्मदिन के बारे में पता चला, तो उन्होंने बेटी अनोखी को ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद दिया। बेटी अनोखी के पिता की इस अनोखी पहल की लोगों ने खूब सराहना की है।

विधायक से लेकर मुख्यमंत्री ने दिया बेटी को आशीर्वाद

खबरों के अनुसार जब कोलार के विधायक रामेश्वर शर्मा को इस बारे में जानकारी प्राप्त हुई, तो वह भी बेटी को आशीर्वाद देने पिता अंचल गुप्ता के गोलगप्पे स्टाल पर पहुंच गए और उन्होंने अपने हाथों से खुद लोगों को गोलगप्पे खिलाए। इसके अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अंचल गुप्ता की इस अनोखी पहल की तारीफ की और बेटी को जन्मदिन की बधाई देते हुए आशीर्वाद दिया।

वही अंचल गुप्ता का ऐसा मानना है कि बेटियां घर की लक्ष्मी होती हैं। बेटी पूरे वंश को चलाती हैं। बेटियां बोझ नहीं होती और समाज में लोगों का जहन बदल रहा है। उन्होंने बताया कि आज भी समाज में ऐसे बहुत से लोग रहते हैं, जो बेटी को बोझ समझते हैं और ऐसे समाज को यह संदेश देना जरूरी है कि बेटियां बोझ नहीं होती बल्कि उनके आने से परिवार में खुशियां बढ़ जाती हैं।

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