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SSR Death Case: डिप्रेशन में नहीं थे सुशांत, करीबी दोस्त ने WhatsApp चैट शेयर कर किया खुलासा

एक्टर सुशांत सिंह राजपूत इस दुनिया को छोड़ कर चले गए, लेकिन इनकी मौत का मामला दिन पर दिन उलझता ही जा रहा है। जैसे-जैसे इस मामले को सुलझाने की कोशिश की जा रही है। वैसे-वैसे मामला सुलझने की जगह उलझता ही नजर आ रहा है। रोजाना ही नए-नए खुलासे हो रहे हैं, जिसके कारण अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस की गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई है। खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि अभिनेता सुशांत डिप्रेशन के शिकार थे, जिसका वह इलाज भी करवा रहे थे। इनके कमरे से डिप्रेशन की दवाइयां भी मिली थीं।

सुशांत के परिवार वाले और फैंस इस बात को मानने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है कि सुशांत कभी भी खुद की जान नहीं ले सकते थे । सुशांत ने हमेशा से ही लोगों की सहायता की है, लेकिन इन्होंने इसका कभी भी ढिंढोरा नहीं पीटा है। आए दिन सोशल मीडिया पर भी सुशांत सिंह राजपूत मामले को लेकर बहुत सी खबरें वायरल हो रहीं हैं। इसी बीच सुशांत के दोस्त और सीरियल पवित्र रिश्ता के डायरेक्टर कुशल झावेरी ने व्हाट्सएप चैट शेयर करके यह दावा किया है कि सुशांत सिंह राजपूत डिप्रेशन में नहीं थे।

कुशल झावेरी ने आखिरी चैट का स्क्रीनशॉट शेयर कर किया खुलासा

आपको बता दें कि डायरेक्टर कुशल झावेरी ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत से आखिरी बार हुई WhatsApp चैट पर बात का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। यह व्हाट्सएप चैट 1 जून और 2 जून के बीच का है। इस चैट को देखकर यह साफ पता लग रहा है कि अभिनेता सुशांत मौत से पहले डिप्रेशन का शिकार नहीं थे। इस चैट में सुशांत अपने मित्र कुशल झावेरी को यह बता रहे हैं कि उनकी सेहत बिल्कुल ठीक है, उसके बाद कुशल झावेरी को अभिनेता सुशांत समझाते हुए कहते हैं कि जीवन में संघर्ष से कभी भी डरना नहीं चाहिए, यही जिंदगी का गोल्डन पीरियड होता है।

इस व्हाट्सएप चैट को देखकर इस बात का खुलासा हो रहा है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अपने जीवन में बहुत कुछ करना चाहते थे। अपने करियर और भविष्य को लेकर इनकी सोच सकारात्मक थी और यह बहुत आशावादी थे। इस चैट से यह साबित होता है कि सुशांत डिप्रेशन में नहीं थे। बता दें कि सुशांत के बॉडीगार्ड रहे नवीन दलवी ने भी सुशांत के डिप्रेशन में होने के दावे को खारिज किया था। मीडिया से बातचीत के दौरान नवीन दलवी ने यह बताया था कि सुशांत सिंह राजपूत खुद की जान नहीं ले सकते थे। यह तो लोगों की हमेशा सहायता करते थे और उन्होंने कभी भी अपने द्वारा किए गए कामों को जताने की कोशिश नहीं की। इन्होंने अनगिनत लोगों की सहायता की है।

सुशांत के समर्थन में कुशल झावेरी ने सोशल मीडिया पर लिखा था पोस्ट

कुशल झावेरी ने इससे पहले भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए लिखा था कि “मैं सुशांत के साथ जुलाई 2018 से फरवरी 2019 तक रहा हूं। मैंने उन्हें सबसे ज्यादा तकलीफ में तब देखा था जब अक्टूबर 2018 के दौरान चली #MeToo मूवमेंट में उन पर आरोप लगे थे। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बिना किसी सबूत के उन पर वार कर रही थी। हमने संजना संघी से कांटेक्ट करने की कोशिश की, लेकिन तब वह यूएस में थीं और बात नहीं कर सकती थीं (अजीब इत्तेफाक है)।

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