कमरतोड़ महंगाई के दौर में गरीबों के मसीहा हैं अनूप खन्ना, ₹5 रुपये में भरपेट खिलातें हैं खाना
कोरोना काल में लॉक डाउन की वजह से लोगों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई है। भले ही लॉक डाउन खत्म हो चुका है, परंतु अभी भी लोगों की परिस्थितियों में सुधार नहीं आया है। कोरोना संकट के बीच दो टाइम की रोटी के लिए लोगों को बहुत मेहनत करनी पड़ रही है। कोरोना वायरस की वजह से लोगों के हालात बहुत खराब हो गए हैं। आजकल के समय में महंगाई इतनी हो गई है कि आम लोगों की कमर टूट गई है। इस मुश्किल परिस्थिति में लोगों की उम्मीद की किरण बने हैं नोएडा के समाजसेवी अनूप खन्ना। आपको बता दें कि अनूप खन्ना कमरतोड़ महंगाई के दौर में निर्धन लोगों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं है। यह गरीबों को भरपेट खाना सिर्फ ₹5 रुपये में खिलाते हैं।
“दादी की रसोई” में ₹5 रुपये में भरपेट मिलता है खाना
अनूप खन्ना “दादी की रसोई” नाम से ₹5 रुपये में भरपेट खाना उपलब्ध कराते हैं। यहां पर रोजाना ही बहुत से लोग खाना खाने के लिए आते हैं। अनूप खन्ना इन दिनों सुर्खियों में छाए हुए हैं। आपको बता दें कि दादी की रसोई नोएडा के सेक्टर 29 स्थित गंगा शॉपिंग कंपलेक्स में चलाया जा रहा है और इस जगह पर रोजाना 500 से अधिक लोग आते हैं। दादी की रसोई में मात्र ₹5 रुपये में लोग भरपेट खाना खाते हैं।
₹5 रुपये में खाना, ₹10 रूपये में दवाएं उपलब्ध कराने का मुख्य मकसद
अनूप खन्ना का ऐसा बताना है कि कोरोना वायरस की वजह से लोगों की परिस्थितियां काफी बिगड़ चुकीं हैं। लोगों के हालात ऐसे हो गए हैं कि दो वक्त की रोटी भी मिलना काफी मुश्किल है। महंगाई के इस जमाने में लोगों के लिए रोटी, कपड़ा और दवाइयों का इंतजाम कर पाना काफी कठिन हो रहा है। ऐसे में वह इन तीन चीजों को सस्ती दरों में मुहैया कराएंगे। नोएडा सेक्टर 29 स्थित गंगा शॉपिंग कंपलेक्स में मात्र ₹10 रुपये में मनपसंद कपड़े और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलकर मरीजों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराया जा रहा है।
राष्ट्रपति भवन में हुई नोएडा की “दादी की रसोई” की सराहना
अनूप खन्ना द्वारा जो कदम उठाया गया है वह सराहनीय है। इसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति के चीफ सेक्रेटरी संजय कोठारी ने नोएडा के अनूप खन्ना समेत सात अन्य लोगों को बुलवाया था और उनसे सुझाव मांगा था। हर वर्ष राष्ट्रपति नए साल के अवसर पर भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में अच्छा काम कर रहे लोगों से मुलाकात करते हैं। इसी दौरान दादी की रसोई को चलाने वाले अनूप खन्ना को भी राष्ट्रपति भवन में बुलाया गया था और इनके द्वारा किए गए सराहनीय कार्य की सराहना की गई थी।
“दादी की रसोई” का मेन्यू बदलता है रोजाना
दादी की रसोई की चर्चा हर तरफ है। यह इतना प्रसिद्ध हो गया है कि यहां पर बच्चे अपना जन्मदिन मनाने के लिए भी आते हैं। अगर कोई त्यौहार, उत्सव होता है तो यहां पर पूरी, हलवा और मिठाई के साथ आइसक्रीम भी उपलब्ध कराई जाती है। आपको बता दें कि दादी की रसोई में रोजाना ही खाने का मैन्यू बदलता है। चावल और अचार के साथ अलग-अलग प्रकार की स्वादिष्ट और पौष्टिक सब्जियां और दालें बनती हैं।