विशेष

मुकेश अंबानी ने अपने खर्च पर लगाई है Z+ सिक्योरिटी, जानिए हर महीने कितना आता है खर्चा

मुकेश अंबानी ना सिर्फ भारत और एशिया बल्कि दुनिया के अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में शुमार हैं। आज इस नाम को ना सिर्फ भारत का बच्चा-बच्चा जानता है बल्कि दुनिया इस नाम को अच्छी तरह से जानती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी के पास बेशुमार दौलत हैं। फिलहाल, मुकेश अंबानी अपनी जेड + सिक्योरिटी को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं।

दरअसल, हाल ही में मुकेश अंबानी के परिवार के खिलाफ उस याजिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया, जिसमें मुकेश अंबानी परिवार को सरकार की तरफ से मिली जेड + सिक्योरिटी को हटाने की मांग की गई थी।

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के बाद अपना फैसला सुनाते हुए अंबानी परिवार को मिली सुरक्षा जारी रखने का आदेश दिया है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट को यह बताया गया कि मुकेश अंबानी के परिवार की सुरक्षा पर आने वाले खर्च को खुद मुकेश अंबानी ही वहन करते हैं। इसके बाद कोर्ट ने मुकेश अंबानी और उनके परिवार की सुरक्षा जारी रखने को कहा।

अंबानी परिवार के खिलाफ दाखिल याचिका खारिज

देश के दिग्गज कारोबारी और बेशुमार संपत्ति के मालिक मुकेश अंबानी को जेड+ सुरक्षा दी गई है। लेकिन मुकेश अंबानी की जेड+ सुरक्षा के खिलाफ हाल ही में विकास साहा नाम के एक व्यक्ति ने त्रिपुरा हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी। वहीं अब इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है।

बता दें कि सर्वोच्च न्यायालय केचीफ जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस कृष्ण मुरारी और हिमा कोहली की बेंच ने इस जनहित याचिका को हाल ही में खारिज कर दिया और सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को अंबानी की सुरक्षा जारी रखने का आदेश दिया है।

हर महीने अंबानी परिवार की सुरक्षा पर खर्च होते है 15 से 20 लाख रुपये

भारत के सबसे बड़े बिजनेसमैन मुकेश अंबानी देश के उन चुनिंदा लोगों में से ही जिन्हें जेड+ सुरक्षा मिली है। आपको बता दें कि देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी एसपीजी के बाद Z प्लस लेवल सिक्योरिटी दुनिया की दूसरी सबसे सुरक्षित सिक्योरिटी मानी जाती है। पुरे भारत में कुछ चुनिंदा ही लोग हैं जिन्हें जेड+ सिक्योरिटी मिली हुई है। उन्हीं चुनिंदा लोगों में से एक मुकेश अंबानी हैं।

इस Z प्लस सिक्योरिटी का पूरा खर्चा मुकेश अंबानी खुद उठाते हैं। अगर हम जेड + सिक्योरिटी पर आने वाला महीने के खर्चे के बारे में बात करें तो एक अनुमान के अनुसार अंबानी की जेड+ सिक्योरिटी पर हर महीने 15 से 20 लाख रुपए का खर्चा आता है। वैसे अधिकांश मामलों में यह खर्च केंद्र सरकार के द्वारा उठाया जाता है। अंबानी को जेड+ सिक्योरिटी 2013 में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से मिली धमकियों के बाद यूपीए सरकार के द्वारा मुहैया कराई गई थी।

सुरक्षा जारी रखने का दिया फैसला

सुप्रीम कोर्ट की तरफ से यह बात कही गई कि किसी व्यक्ति को खतरा है और किसी व्यक्ति को खतरा नहीं है यह सिर्फ सुरक्षा एजेंसी तय कर सकती है। बेंच ने कहा मुकेश अंबानी एक प्रमुख कारोबारी हैं और उनकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है, इसमें विश्वास नहीं करने की कोई वजह नहीं है। अगर व्यक्ति खुद सुरक्षा का खर्च उठाने को तैयार है तो उसे सुरक्षा मिलनी ही चाहिए। कोर्ट ने अपने फैसले में हाल ही में मुकेश अंबानी को मिल रही धमकियों और घर के बाहर रखे गए बम की बात भी कही।

Related Articles

Back to top button