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‘स्कूल नहीं जाएंगे, सर कमर पर हाथ फेरते हैं और…’, इस वजह से 9 लड़कियों ने स्कूल जाना छोड़ा

देश में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान तो सालों से चल रहा है पर उसकी जमीनी हकीकत भी सबको पता है। असल में ये अभियान सफल भी कैसा हो सकता है कि जब पढ़ाने वाले शिक्षक ही ही बच्चियों के लिए भक्षक बन जाए। दरअसल, मुरादाबाद से आ रही है एक घटना (physical harassment by teacher) ने न सिर्फ ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान की पोल खोल दी है बल्कि स्कूलों में बच्चियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

दरअसल, मामला उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिला के एक सरकारी स्कूल का है, जहां कक्षा 6 से 8 की 9 छात्राओं के स्कूल छोड़ने के बाद वहां के टीजर की घिनौनी करतूत सामने आई है। बताया जा रहा है कि मुरादाबाद के ठाकपुरद्वार कोतवाली क्षेत्र में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय काला झंडा की बच्चियों ने शिक्षक इश्तयाक अहमद पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। 11 से 13 साल की इन बच्चियों का कहना है कि मास्टर इश्तयाक अहमद स्कूल में उनसे अंडर गारमेंट्स के बारे में बातें करता था और पूछता था कि ‘ये कहां से खरीदकर लाई हो’।

पढ़ाने के बहाने टीचर करता था गलत हरकतें

वहीं एक बच्ची की दादी ने अपने बयान में बताया है कि उनकी पोती का कहना है कि आरोपी टीचर पढ़ाने के बहाने अपनी कुर्सी छोड़कर उसकी बेंच पर बैठ जाता था और फिर गलत तरीके से उसे छूने लगता था। बाकी लड़कियो ने भी शिक्षक इश्तयाक अहमद पर ऐसे ही आरोप लगाए हैं कि वो पढ़ाने के बहाने उन्हें हमेशा गलत तरीके से छूने की कोशिश करता था। इतना ही नहीं, वो गंदे इशारे भी करता था और अपने मोबाइल से उनकी फोटो भी खींचता था। ऐसे में अपने टीचर की हर गलत हरकत (physical harassment by teacher) से तंग आकर जब एक साथ 9 लड़कियों ने स्कूल जाना बंद कर दिया तो ये मामला प्रकाश में आया है।

पोल खुलते ही भाग खड़ा हुआ ओरापी शिक्षक

बता दें कि सभी छात्राओं के परिजनों ने एक साथ मिल आरोपी शिक्षक इश्तयाक अहमद के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। बच्चियों के परिजन इस घटना को लेकर बेहद आक्रोश में है, उनका कहना है कि ऐसा शिक्षक, गुरु कहलाने के लायक ही नहीं है, उसे तुरंत पकड़कर जेल में डालना चाहिए। वहीं अपनी करतूतों की पोल खुलने के साथ ही आरोपी टीचक भाग खड़ा हुआ है, जबकि इस मामले में पुलिस छात्राओं और उनके परिजनों के बयान के आधार पर मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश में छापामारी कर रही है।

मामले में क्षेत्र के एसपी ग्रामीण संदीप कुमार मीणा का कहना है कि आरोपी टीचर के खिलाफ धारा 364, 354 और लैंगिक अपराधों से नाबालिगों के लिए बनाए गए संरक्षण की धारा 7, 8, 9M और 10 में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने अपनी कार्यवाई शुरू कर दी है।वहीं इस मामले में मुरादाबाद के BSA बीपी सिंह ने मीडिया में दिए अपने बयान में कहा है कि आरोपी टीचर इश्तियाक अनुदेशक के पद पर कार्यरत था, पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद उसे तत्काल प्रभाव से स्कूल से हटाकर बीआरसी पर अटैच कर दिया गया है और साथ ही उसे सेवा समाप्ति का नोटिस भी जारी किया गया है।

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