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सोशल मीडिया साइड्स पर इस तरह करें अपनी प्रोफाइल को सुरक्षित, ब्लैकमेलिंग से करें बचाव

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की घटना ने सभी को हैरान कर दिया है. जिस तरह से छात्राओं की प्राइवेसी के साथ छेड़छाड़ हुई है वह काफी निंदनीय है. यहाँ एक युवती द्वारा साथी छात्राओं की वीडियो बना दूसरे युवक को भेजना अपनी तरह का पहला मामला है. यह सीधे रूप से की गई वारदात है. लेकिन स्कूलों में इस तरह की मिलती जुलती घटनाएं होती रहती है. यह मुद्दा अपने आप में एक काफी गंभीर मुद्दा है. कुछ छात्र या छात्राएं अपने साथ पढ़ने वाली क्लासमेट की सोशल मीडिया से फोटो चुराकर उसका गलत इस्तेमाल करते है और उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू कर देते है.


इस बारे में साइबर सेल के एक्सपर्ट बताते है कि, इससे छात्राओं को बचना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि, जब भी छात्राएं अपनी प्रोफाइल फाेटो किसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगाती हैं तो उन्हें इसे लॉक करना बेहद जरुरी है. इसके साथ ही उन्हें उन साथी छात्राओं पर नजर रखनी चाहिए जो उनका डाटा चुरा सकती हैं. साथ ही उन्हें सभी सुरक्षा फीचर्स का इस्तेमाल करना चाहिए.

एक्सपर्ट बताते है कि, साइबर क्राइम आज के समय में एक काफी बड़ी और गंभीर समस्या है. इसके जरिये कई असामाजिक तत्व लोगों की खून-पसीने की कमाई में सेंध लगा रहे है. देश के छोटे बच्चों से लेकर युवा, सीनियर सिटीजन कोई भी इनके शिकार होने से नहीं बचा है. कभी किसी फ्राड काल्स के जरिए तो कभी आनलाइन लिंक के जरिए ठगी की जा रही है. लोग आसानी से ठग की बातों में आ जाते है.

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वर्तमान की बात करें तो शिक्षण संस्थानों के वाट्सएप ग्रुप से भी इस तरह की ठगी के मामले सामने आ रहे है. इसलिए यह जरुरी है कि, वाट्सएप ग्रुप के एडमिन इनमें अज्ञात नंबर से आ रहे मैसेज पर लगातार नज़र बना कर रखे. कई बार अनजाने में लोग अज्ञात नंबर से भेजे लिंक पर क्लिक कर देते हैं. इस वजह से लिंक देने वाले को आपके मोबाइल की पूरी एक्सेस मिल जाती है. और इस तरह से हम फ्रॉड का शिकार बन जाते है.

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अगर आप भी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते है तो अपने सभी प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम , व्हाट्सएप्प को लॉक लगा कर और सुरक्षित रखे. कभी भी किसी के साथ अपने पासवर्ड शेयर न करें. किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें. अगर जरुरी भी है तो पहले उस लिंक की सुरक्षा की पुष्टि कर लें. अपने मोबाइल में मौजूद गूगल पे, फ़ोन पे जैसे एप्स की जानकारी सिर्फ अपने तक रखे. अपने घर में मौजूद बच्चों को भी अपने पासवर्ड बताने से बचे.

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