भूखी बेटी का पेट भरने के लिए बेबस मां बैलगाड़ी खींचने पर हुई मजबूर, Video देख निकल आएंगे आंसू

भगवान की ओर से दिए सबसे कीमती उपहार में माता-पिता हैं। माता-पिता वह हैं जो जीवन के हर चरण में हमारा समर्थन करते हैं और हमें सही दिशा में ले जाते हैं। माता-पिता हमारी हमेशा रक्षा करने की कोशिश करते हैं और जीवन के तमाम परेशानियों से दूर रखते हैं। माता-पिता हमेशा हमारी ख़ुशी और सफलता की कामना करते हैं।
माता-पिता अपने बच्चों की परवरिश में कोई भी कसर नहीं छोड़ते हैं। वह अपने बच्चों की खुशियों के लिए अपनी खुशियों का भी त्याग कर देते हैं। माता-पिता भले ही भूखे सो जाएं, परंतु अपने बच्चों को कभी भूखा नहीं रहने देते हैं। मां हमेशा अपने बच्चों को पेट भर खाना खिलाती है। वहीं पिता दिन रात मेहनत करके अपने बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने की कोशिश में लगे रहते हैं।
माता-पिता बहुत सारे कष्ट झेल कर अपने बच्चों को बड़ा करते हैं। इसी बीच एक वीडियो सामने आया है, जिसे देखने के बाद आपकी आंखें भी नम हो जाएंगी। जब एक महिला को एक बच्ची के साथ एक भारी गाड़ी को ढेर सारे सामान के साथ खींचते हुए देखा गया तो सभी हैरान रह गए। यह वीडियो कथित तौर पर मध्यप्रदेश के राजगढ़ का है, जिसमें एक महिला व्यस्त सड़क पर अपने दम पर एक भारी बैलगाड़ी खींची हुई नजर आई।
बैलगाड़ी को हाथ से खिंचती नजर आई मां
मिली जानकारी के अनुसार, महिला को भीषण गर्मी में भारी गाड़ी खींचते हुए देखा गया ताकि वह अपने बच्चों का पेट भर सके लेकिन यह खाली गाड़ी नहीं है, गाड़ी पर बहुत सारा सामान रखा हुआ है और उसके ऊपर एक बच्ची भी बैठी हुई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि सड़क के किनारे गाड़ियां दौड़ रही हैं। जबकि महिला अपने बच्चों का पेट पालने के लिए अकेले ही बिना किसी की मदद के संघर्ष करती हुई दिखी।
हालांकि, महिला के चेहरे पर बड़ी मुस्कान है लेकिन वह अंदर से बेहद ही ताकतवर है। यह बेबस मां बैलगाड़ी को सड़क पर खुद अपने हाथों से खींच रही थी। बीते मंगलवार को राजगढ़ की सड़क पर इस महिला को देखा गया। वीडियो देखने के बाद लोग इस महिला की तारीफ करते हुए नहीं थक रहे हैं।
बाइक सवारों ने की मदद
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, महिला राजगढ़ स्थित पचोर से 15 किलोमीटर दूर आ चुकी थी। रास्ते में दो बाइक सवारों ने जब महिला को इस हालत में देखा, तो इसके पीछे का कारण पूछ लिया। महिला ने रोते हुए बताया कि वह 15 किलोमीटर दूर से आ रही है और अभी 15 किलोमीटर का सफर बाकी है। बाइक सवारों ने इंसानियत दिखाते हुए महिला की मदद की और बैलगाड़ी को बाइक से बांधकर सारंगपुर तक लेकर गए।
पति गुजर गए, न घर, न ही खाना
दो वक्त की रोटी के लिए विधवा मां बनी बैल, बच्चों को बैलगाड़ी में बिठाकर पैदल तय किया सफर #Rajgarh #MPNews #MadhyaPradesh https://t.co/2zW3oAhNSa pic.twitter.com/blAEZSwS6Z
— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) September 21, 2022
दरअसल, वीडियो में जो महिला नजर आ रही है, उसका नाम लक्ष्मी बताया जा रहा है। वह सारंगपुर के रहने वाली है। लक्ष्मी के द्वारा ऐसा बताया गया कि 2 साल पहले उसके पति की मृत्यु हो गई थी। अब उनकी माली हालत बहुत ज्यादा खराब है। वह दो वक्त का खाना भी जुटा नहीं पा रहे हैं। लक्ष्मी ने बताया कि उनके चार छोटे-छोटे बच्चे हैं और उनके पास रहने के लिए घर तक नहीं है।
लक्ष्मी और उसके सभी बच्चे मेहनत मजदूरी करके जैसे तैसे घर चला रहे हैं। लक्ष्मी ने बताया कि उन्हें विधवा पेंशन भी नहीं मिलती। पेट भरने के लिए वह बेल गाड़ी खींचने पर मजबूर है। यह वीडियो देखने के बाद लोग बेहद भावुक हो रहे हैं और लोग महिला की हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं।