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कॉलेज छोड़ 19 साल के लड़के ने खड़ी कर दी 1000 करोड़ की कंपनी, बन गए देश के कम उम्र में अरबपति

इंसान अपने जीवन में बहुत कुछ करने के बारे में सोचता है, जिसके लिए कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं परंतु हर किसी को अपनी मंजिल मिल जाए, ऐसा संभव नहीं हो सकता। कोशिश तो सभी करते हैं परंतु कुछ एक ही लोग होते हैं जो अपनी मंजिल प्राप्त करने में सफल हो पाते। आज हम आपको 19 साल के ऐसे लड़के के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने हजार करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी और कम उम्र में ही अरबपति बन गया।

19 साल की उम्र कोई ज्यादा नहीं होती। इस उम्र में अधिकतर बच्चे अपने माता-पिता के पैसों पर मौज करते हैं। वहीं दो दोस्तों ने हजार करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी है। दरअसल, आज हम आपको जिनके बारे में बता रहे हैं वह क्विक डिलीवरी स्टार्टअप Zepto के को फाउंडर्स कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा हैं, जिन्होंने कम उम्र में ही अरबों रुपए की कमाई कर ली।

क्विक डिलीवरी स्टार्टअप Zepto के को-फाउंडर्स कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा IIFL Wealth-Hurun India Rich List 2022 में शामिल होने वाले सबसे कम उम्र के आंत्रप्रेन्योर बन गए हैं। महज 19 साल की उम्र में कैवल्य सबसे रईस भारतीयों में सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं। हुरुन लिस्ट में कैवल्य वोहरा की संपत्ति 1000 करोड़ आंकी गई है। इस तरह से वह 1036वां स्थान पर हैं। वहीं अगर हम आदित पालिचा की बात करें तो उनकी कुल संपत्ति 1200 करोड़ रुपए है और वह 950वें स्थान पर हैं।

बता दें दोनो पहले Forbes मैगजीन के प्रभावशाली “30 अंडर 30 (एशिया लिस्‍ट)” में ई-कॉमर्स कैटैगरी में फीचर हो चुके हैं। दोनों युवा आंत्रेपेन्‍योर हुरुन इंडिया फ्यूचर यूनिकॉर्न इंडेक्स 2022 में सबसे कम उम्र के स्टार्ट-अप फाउंडर भी हैं।

कॉलेज छोड़कर शुरू किया स्‍टार्टअप

बेंगलुरु में जन्मे कैवल्य वोहरा की दुबई से स्कूली पढ़ाई हुई। इसके बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन में एडमिशन लिया। परंतु 2020 में अपने दोस्त आदित पालिचा के साथ स्टार्टअप करने के लिए उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया था। वहीं आदित पालिचा ने 17 वर्ष की आयु से ही स्टार्टअप शुरू कर दिया था। साल 2018 में उन्होंने GoPool नाम से स्टूडेंट्स के लिए कार-पूल सर्विस शुरू की थी। अपना स्टार्टअप शुरू करने से पहले वह प्राइवेसी पॉलिसीज पर एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित प्रोजेक्ट के प्रोजेक्ट लीड भी रहे हैं।

इस तरह शुरू हुआ जेप्टो का सफर

आपको बता दें कि कैवल्य वोहरा और आदित पालिचा बचपन के दोस्त हैं। उन्होंने शुरुआत में “किरानाकार्ट” नाम से एक स्टार्टअप की शुरुआत की। यह एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो मुंबई के लोकल स्टोर से राशन के सामान की डिलीवरी करता था। यह प्लेटफार्म जून 2020 से मार्च 2021 तक ऑपरेशनल रहा। “किरानाकार्ट” बंद होने के बाद साल 2021 में दोनों ने Zepto की स्थापना की। ये किराने की डिलीवरी ऐप थी। जिसका कांसेप्ट ये था कि “जेप्टोसेकेंड” में डिलीवरी करना होता है।

10 मिनट में ग्रॉसरी डिलीवरी के गेम ने नवंबर 2021 में फंडिंग के जरिए 486 करोड़ रुपये जोड़े। वहीं 810 करोड़ रुपये में दिसंबर में एक और फंडिंग हुई। वहीं इस साल मई तक कंपनी का इवेल्यूएशन 7300 करोड़ तक पहुंच गया है। अब Zepto 10 बड़े शहरों में 3000 से ज्यादा प्रोडक्‍ट्स डिलीवर कर रहा है।

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