एक बच्चे की माँ से शादी की थी फ़िरोज़ खान ने, फिर एयर होस्टेस के लिए पत्नी को छोड़ दिया था
बॉलीवुड इंडस्ट्री में फ़िरोज़ खान (Feroze Khan) का नाम एकतरफा था. वह अपनी हैंडसम और डेशिंग स्टाइल के लिए जाने जाते थे. फ़िरोज़ खान का निधन 27 अप्रैल, 2009 को कैंसर की वजह से हुआ था. फ़िरोज़ खान ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्मे दी थी. फ़िल्मी दुनिया में अभिनेता फ़िरोज़ खान ने अपनी एक्टिंग और प्रोड्यूसिंग से खूब नाम कमाया. फ़िरोज़ खान की प्रोफेशनल लाइफ जितनी आसान रही उतनी ही उनकी निजी जिंदगी विवादों से उलझी रही. उनकी जिंदगी में उतार-चढ़ाव आते-जाते रहे. उन्होंने एक बच्ची की मां से शादी की थी.
शादीशुदा होने के बावजूद उनका दिल एयर होस्टेस ज्योतिका धनराजगिर पर आ गया था. वे ज्योतिका के प्यार में बहुत ज्यादा पागल हो गए थे. ज्योतिका धनराजगिर के लिए उन्होंने अपने बीवी-बच्चों तक को छोड़ दिया था. फ़िरोज़ खान का जन्म बंगलोर में हुआ था. उनके पिता एक पठानी और माँ ईरानी थी. पढ़ाई पूरी करने के बाद फ़िरोज़ खान मुंबई आ गए और फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया. उन्होंने 1960 में आई फिल्म ‘दीदी’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. एक्टिंग करियर शुरू होने के पांच साल बाद ही फ़िरोज़ खान ने 1965 में सुंदरी से शादी कर ली थी.
अभिनेता फ़िरोज़ ख़ान ने अपने करियर की शुरुआत साल 1957 में आई फिल्म ‘जमाना’ से की थी. इसके बाद उन्होंने कई और फिल्मों में भी काम किया. साल 1965 में आई फ़िल्म ‘ऊंचे लोग’ और ‘आरज़ू’ ने उन्हें भारत के घर घर में मशहूर कर दिया. इसके बाद तो उनके पास फिल्मों की लाइन तक लग गई. 1965 में शादी के बाद सुंदरी से उनके दो बच्चे लैला खान और फरदीन खान है. अपनी शादी के कुछ साल बाद ही उनकी मुलाकात ज्योतिका धनराजगिर से हुई थी.
फिरोज ज्योतिका को देखते ही उन पर फिदा हो गए थे. ज्योतिका से अफेयर की बात सुंदरी के कानों तक पहुंच गई. जब उनकी पत्नी ने इसका विरोध किया तो फिरोज, सुंदरी और अपने बच्चों को छोड़कर ज्योतिका के साथ बेंगलुरु में जाकर लिव-इन में रहने लगे थे. फ़िरोज़ खान एक या दो साल नहीं बल्कि 10 साल तक लिव-इन में रहे थे. ज्योतिका-फिरोज से बार-बार शादी के लिए कहती रहती लेकिन फिरोज उनकी बात टाल दिया करते थे.
फिरोज के इस व्यवहार को देखने के बाद ज्योतिका को यकीन हो गया कि, फिरोज उनसे शादी नहीं करेंगे. इसलिए उन्होंने अपना रिलेशन खत्म करने का फैसला किया. इसी दौरान एक बार फिरोज ने इंटरव्यू में ये कह दिया था कि वे ज्योतिका को नहीं जानते हैं. ये बात जब ज्योतिका को पता चली तो वह टूट गई और लंदन चली गई. ज्योतिका से रिश्ता ख़त्म हो जाने के बाद फिरोज एक बार फिर अपनी पत्नी सुंदरी के पास लौट आये थे. सुंदरी ने फिरोज से मिले धोखे की वजह से उन्हें तलाक दे दिया था.
फ़िरोज़ खान के करियर के बारे में बात करे तो उन्होंने ‘रिपोर्टर राजू’ (1962), ‘सुहागन’ (1964), ‘ऊंचे लोग’ (1965), ‘आरजू’ (1965), ‘औरत’ (1967), आदमी और इंसान’ (1969), ‘मेला’ (1971), ‘खोटे सिक्के’ (1974), धर्मात्मा (1975) जैसी फिल्मों में जबरदस्त अभिनय किया था. वर्ष 2007 में अनीस बज्मी के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘वेलकम’ में फ़िरोज़ खान आखरी बार दिखाई दिए थे.