धार्मिक

अयोध्या के संत ने बेतिया के सरेया घाट मंदिर में ली समाधि, देखने के लिए लोगों की उमड़ी भीड़

नवरात्र का समय चल रहा है और देश के तमाम देवी मंदिरों में इन दिनों भक्तों का तांता लगा हुआ है। मां दुर्गा के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए पूजा-अर्चना कर रहे हैं तो वहीं कुछ साधु-संत इन दिनों कठीन तप और साधना भी कर रहे हैं। बिहार के बेतिया में एक ऐसे ही संत की साधना चर्चा का विषय बनी हुई है, जो जमीन में दस फीट नीचे जाकर दस दिनों के कठीन तप में लगे हैं। ऐसे में इस साधु और उनके तप (Saint took samadhi) को देखने के लिए बेतिया के इस मंदिर परिसर में हजारो की संख्या में भीड़ उमड रही है।

बिहार का सिसवा सरेया मंदिर बना देवी आस्था का केंद्र

बता दें कि चंपारण के बेतिया स्थित सिसवा सरेया मंदिर में अयोध्या से आये बाबा सीताराम त्यागी जी महाराज ने बीते सोमवार शाम को माता की पास माता की पूजा अर्चना कर समाधि ली हुए है। बताया जा रहा है कि संत सीताराम, देवी मंदिर में दस फीट नीचे जाकर दस दिनों तक कठोर साधना करेंगे। ऐसे में उनकी इस कठोर तप साधना और आस्था की शक्ति देखने के लिए हजारों लोग सिसवा सरेया मंदिर पहुंच रहे हैं।

संत सीताराम की कठीन साधना देखने पहुंच रही है हजारों की भीड़

गौरतलब है कि सोमवार सुबह हजारो कुंआरी कन्याएं संतघाट तिरहुत मेन केनाल से कलश में जल भर कर उसे सिर पर रख यज्ञ स्थल सरेया मंदिर घाट पहुंची थी। इसके बाद विधिवत पूजा अर्चना के बाद बाबा सीताराम ने समाधि ली है। ऐसे में बाबा के इस कठोर तप (Saint took samadhi) को लोग मां दुर्गा की शक्ति बता रहे हैं और नवरात्र में देवी आस्था के इस साक्षात चमत्कार को देखने के लिए हर कोई उत्सुक है। यही वजह है कि चंपारण के बेतिया स्थित सिसवा सरेया मंदिर इस वक्त सुर्खियों में आ चुका है। दूर-दूर से श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर परिसर में उमड़ रही हैं और संत सीताराम के समाधि स्थल के बगल में बने देवी पूजा स्थल पर पूजा-अर्चना कर रही है।

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