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नींद में क्यों नहीं आती है छींक, सोने वक्त दिमाग क्या करता है खेल कि छींक-खांसी हो जाती है बंद

छींक आना शरीर की सामान्य प्रकिया है, जिसे लेकर सामाजिक मान्यताओं में जहां-जहां तरह तरह की बातें प्रचलित हैं तो वहीं इसके बारे में विज्ञान का अपना तथ्य है। जिसमें एक तथ्य ये भी है सोने के दौरान आपको छींक (sneeze while sleeping) नहीं आ सकती। जी हां, ये बात तो आपने भी नोटिस की होगी, पर क्या आप इसके पीछे की वजह जानते हैं? अगर नहीं तो चलिए आपको इसकी वजह बताते हैं…

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इसकी पीछे काम करता है शरीर का रिफेक्स सिस्टम

दरअसल, मानव शरीर अपने आप में उच्च तकनीकि पर आधारित मशीन है.. जिसकी हर प्रकिया बेहद कुशल तरीक से काम करती है। सोने की प्रक्रिया भी कुछ ऐसी है, जिसमें शरीर के साथ दिमाग बेहद तकनीकि तरीके से काम करता है। इस बारे में स्लीपिंग ओशन के मेडिकल राइटर डॉ. पो-चांग ह्सू का कहना है कि जब व्यक्ति सो रहा होता है उस दौरान उसका दिमाग शरीर के रिफेक्स रिस्पॉन्सिस (reflex response) यानी प्रतिवर्ती प्रतिक्रिया जैसे की छींकना और खांसने जैसी प्रकिया को रोक देता है। ये काफी कुछ इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप नींद कौन से चरण में हैं।

असल में, स्वास्थ्य विशेषज्ञ नींद को दो चरणों में बाटते हैं… पहला नींद का शुरूआती चरण नॉन रैपिड आई मूवमेंट स्लीप (NREM) और नींद का दूसरा चरण रैपिड आई मूवमेंट (REM) होता है जो बेहद गहरा होता है, इसमें व्यक्ति आप सपने देखते हैं। गौरतलब है कि NREM स्लीप के दौरान, आपके शरीर का रिफेक्स सिस्टम कम सेंसेटिव तरीके से काम करता है। ऐसे में इस दौरान अगर नाक में धूल या कोई बाहरी गंदगी आती है तो छींक आ सकती हैं।

REM स्लीप की कंडिशन में नहीं आ सकती छींक

पर वहीं अगर आप REM स्लीप की स्थिति में पहुंच जाते हैं तो आपको छींक नहीं आ सकती क्योंकि इस फेज में मोटर एटोनिया नाम की एक स्थिति आपके शरीर को पैरालाइज्ड कर देती है। जिसके चलते आपकी शरीर की सभी मांसपेशियां स्थिल पड़ जाती हैं। ऐसे में छींक आने की संभावना खत्म हो जाती है। यही वजह है कि गहरी नींद में व्यक्ति को छींक (sneeze while sleeping) नहीं आती।

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