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आज है आंवला नवमी का पर्व, कर दें ये चमत्कारी उपाय बन जाएंगे सदा के लिए धनवान

आज आंवला नवमी का पर्व है। हर साल कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आंवला नवमी मनाई जाती है। इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस पेड़ की पूजन करने से परिवार के लोगों की रक्षा होती है और  सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

आंवले के पेड़ की पूजा करने के अलावा दान करने का भी काफी महत्व होता है। इसलिए आप आंवले के पेड़ के पूजन के बाद दान भी जरूर करें। कथा के अनुसार कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन मां लक्ष्मी ने इस पेड़ की पूजा की थी। तभी से इस पेड़ की पूजा की प्रथा शुरू हो गई और हर वर्ष कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन आंवले की पूजा की जाती है।

आंवला नवमी के दिन पूजा करने के अलावा नीचे बताए गए उपाय करना भी बेहद लाभकारी होता है। इन उपायों को करने से हर मनोकामना पूरी हो जाती है और अक्षय फल मिलता है। तो आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।

आंवला नवमी के दिन करें ये उपाय चमक जाएगा भाग्य

अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ के आसपास अच्छे से सफाई कर लें। इसके बाद इस पेड़ की पूजा करें और पेड़ के पास एक दीपक जरूर जलाएं। पूजा पूरी होने के बाद पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करें। मान्यता है कि इस पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करने से रोगों से रक्षा होती है। कहा जाता है कि आंवले के पेड़ पर भगवान विष्णु, शिवजी और माता लक्ष्मी का वास होता है। मां लक्ष्मी ने इस पेड़ की पूजा की थी और पूजा के बाद इन तीनों देव ने इस पेड़ के नीचे बैठकर भोजन किया था।

इसलिए अक्षय नवमी यानि आंवला नवमी के दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर परिवार संग खाना खाएं। इससे अक्षय फल और अच्छी सेहत की प्राप्ति होगी। वहीं खाना खाते समय अगर आपके ऊपर पेड़ का कोई पत्ता गिर जाए, तो समझ लें की आपको भगवान का आशीर्वाद प्राप्त हो गया है।

एक कथा के अनुसार आंवले के पेड़ की उत्पत्ति ब्रह्मा जी के आंसुओं से हुई थी। कहा जाता है कि सृष्टि का निर्माण करते हुए ब्रह्मा जी के आंसु जहां गिरे थे वहां पर ये पेड़ उत्पद हुआ था। इसलिए इस पेड़ पर लगने वाले फल को पृथ्वी का पहला फल माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करते हुए उन्हें भोग में आंवला जरूर चढ़ाएं। ये उपाय करने से आपकी हर कामना पूरी हो जाएगी।

आंवला नवमी के दिन दान और ब्राह्राणों को भोजन जरूर करवाना चाहिए। ऐसा करवने से पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है।

इस दिन गया दान करना भी उत्तम फल देता है। ऐसा करने से घर में धन-सम्पदा और सुख-शान्ति आ जाती है। आप किसी ब्राह्राण को गाय का दान कर सकते हों।

आंवला नवमी पर घर में नई वस्तु जरूर खरीदकर लगाएं। नई वस्तु खरीदने से घर में बरकत बनीं रहती है। आप कोई भी बर्तन व सोना-चांदी, आभूषण इस दिन खरीद सकते हैं।

आंवला नवमी के दिन आंवले का सेवन जरूर करें। ये फल खाने से शरीर की रक्षा रोगों से होती है। साथ में ही इस फल को भगवान का आशीर्वाद माना जाता है। इसलिए आप इस फल का सेवन करें और अपने परिवार के सदस्यों को भी आंवले का फल जरूर खिलाएं।

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