पत्नी के नाम पर पट्टा लेकर शुरू कर दी खुदाई, एक के बाद एक निकले पूरे 50 लाख रूपये के हीरे
मप्र का पन्ना हीरों के लिए जाना जाता है. यहाँ हीरों की कई खदानें है. लेकिन इन दिनों पन्ना में मानो हीरों की बारिश हो रही हो. सितंबर महीने से लेकर अक्टूबर के शुरुआती दिनों में साल में सबसे ज्यादा हीरे यहाँ से प्राप्त हुए है. यहाँ पहले नोयडा के एक व्यक्ति ने खुद के नाम पर खदान ली. हीरे नहीं मिले तो पत्नी के नाम से खदान लगा ली. अब एक साल में उसे 7 हीरे मिल चुके हैं. अब उसकी और से बीते दिनों जो हीरा जमा करवाया गया है. उसकी अनुमानित कीमत. 40 से 50 लाख रूपये बताई जा रही है. उनकी पत्नी गृहलक्ष्मी से धनलक्ष्मी बन गई हैं.
इसके अलावा कुछ दिनों पहले ही एक अन्य व्यक्ति को छह हीरे एक ही खदान में मिले थे. इस दौरान एक ही दिन में 10 हीरे जमा कराए गए थे. बता दें कि मप्र के पन्ना जिले में देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग आकर अपनी किस्मत चमकाते है. इसी तरह का एक मामला नोयडा के रहने वाले राणा प्रताप सिंह का है. उन्होंने यहाँ करीब एक साल पहले खुद के नाम से खदान लेकर हीरों की तलाश शुरू की थी. इस दौरान उन्हें छह माह में सिर्फ एकाध हीरा वह भी महज एकाध कैरेट का ही मिला था. इससे उनके मन में निराशा घर कर गई थी.
इसके बाद उन्होंने अपनी धर्मपत्नी मीना के नाम खदान का पटटा स्वीकृत कराया था. यह खदान भरका गांव सिरस्वहा क्षेत्र में लगती है. यह खदान उन्हें अब तक कई हीरे दे चुकी है. अब हाल ही में उन्हें सबसे बड़ा हीरा 9.64 कैरेट वजन का मिला है. वह भी जेम्स क्वालिटी का है. हीरा कार्यालय द्वारा इन्हे बताया गया कि इस हीरे की कीमत करीब 40 से 50 लाख तक हो सकती है. नीलामी में यह इससे ज्यादा में भी बिक सकता है.
इस दौरान हीरा कार्यालय पहुंचे राणा प्रताप सिंह ने स्थानीय मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि, वह पहले निराश हो चुके थे. बाद में पत्नी के नाम से खदान खरीदने पर उन्हें हीरे मिलना शुरू हो गए. अब तक उन्हें सात हीरे मिल चुके है. यह हीरा भी उनकी पत्नी को ही मिला था. वह कहते है पत्नी की किस्मत से उनकी भी किस्मत चमक उठी. साथ ही नोयडा से यहां आकर हीरा खनन करने का निर्णय सही निकला. अब तक उनकी पत्नी को 6 हीरे मिल चुके हैं. सभी हीरे उज्जवल किस्म के हीरे थे. इनमे पहला हीरा 2.13 कैरेट का था, बाकी के पांच हीरे 1 कैरेट से कम वजन के थे.
आपको बता दें कि, पन्ना में उथली खदानों में छोटे-छोटे हीरे आए दिन मिलते रहे हैं. जानकारी अनुसार पन्ना जिले में पटी कृष्णकल्याणपुर इलाके की खदानों में हीरे मिले थे. इन खदानों ने अब तक कई लोगों की किस्मत बदल दी है. बता दें कि पन्ना की खदानों से निकलने वाले हीरों को साल में दो बार नीलामी आयोजित कर बोली लगवाई जाती है.