कुछ ही घंटों में करोड़ पति बना ये शख्स, 2 लाख की खरीदी चीज, 72 करोड़ में बेची

देश में लोग पैसा कमाने के लिए दिन-रात मेहनत करते है. हर कोई दुआ करता है कि वह जल्द से जल्द लखपति और करोड़पति बन जाय. लोग कई तरह के शार्ट कट और उपाय करते है कि उनकी खाली तिजोरी पैसों से भर जाय. लेकिन एक कहावत है समय से पहले और किस्मत से ज्यादा किसी को नहीं मिलता. लेकिन अगर आपकी किस्मत मेहरबान है तो आपको सबकुछ आसानी से मिल जाता है. आप रातों-रात मालामाल बन सकते है. ऐसी ही एक कहानी हम आपके लिए लाए है.
आपको जानकर हैरानी होगी की एक चाइनीज फूलदान (Flower Vase) जिसकी असल कीमत करीब डेढ़ लाख रुपये थी, वह पूरे 72 करोड़ रुपये में बिका. इस फूलदान की नीलामी बड़े ही दिलचस्प तरीके से हुई. इसे खरीदने के लिए 300-400 लोगों ने दिलचस्पी दिखाई. इस फूलदान के मालिक को भी इस बात पर विश्वास नहीं हुआ कि एक मामूली से फूलदान के लिए कोई इतनी बड़ी बोली लगा सकता है. ये बात है बीते शनिवार की जब पेरिस के Fontainebleau में ओसेनट ऑक्शन हाउस (Osenat Auction House) ने इस चाइनीज फूलदान की नीलामी शुरू की.
शुरुआत में इस चाइनीज फूलदान की कीमत डेढ़ से दो लाख रुपये के करीब मानी जा रही थी. मगर नीलामी के दौरान ये एंटीक फूलदान 72 करोड़ रुपयों में बिका. इस नीले और सफ़ेद रंग के Tianqiuping फूलदान की कीमत नीलामी में वास्तविक दाम से कई हजार गुना ज्यादा लगाई गई. इस एंटीक फूलदान का धड़ गोलाकार है और गर्दन बेलनाकार बनी हुई है. इसका आकार किसी सुराही जैसा है. इस पर बादल और ड्रैगन की कलाकृति बनी हुई है.
ऑक्शन के बाद इस ऑक्शन हाउस के चीफ पियरे ने बयान दिया कि इस बोली के बाद उनका जीवन बदल जाएगा. उन्होंने बताया कि इस फूलदान के मालिक विदेश में रहते हैं. वह अपनी दिवंगत दादी के घर से कई वस्तुए लेकर आए थे. ये फूलदान भी उन्ही में से एक है. इसके मालिक ने इसे बेचने के लिए कहा था. जिसके बाद हमने ऑक्शन के लिए इसे रखने का फैसला लिया. न्यूज़ एजेंसी से ऑक्शन हाउस के चीफ पियरे ने कहा कि इस फूलदान के मालिक की दादी कला की काफी शौकीन थीं. करीब पिछले 30 साल से उनके पास यह फूलदान मौजूद था. लगभग 300-400 लोगों ने इस फूलदान की बोली लगाने में दिलचस्पी दिखाई थी.
इसकी बोली में महज़ 30 लोगों को ही शामिल किया गया था. इस दौरान सभी ने एक-एक कर के बोली लगाना शुरू किया. अंत में इस फूलदान की कीमत 72 करोड़ रुपये तक चली गई जो इसकी मूल कीमत से कई गुना अधिक थी. पता चला है कि ये फूलदान 20वीं शताब्दी का है. ये 18वीं शताब्दी के एक फूलदान का बेहतरीन उदाहरण है. मगर यह उतना भी दुर्लभ नहीं है. जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक इसे खरीदने वाला आदमी भी चीन का ही रहने वाला है. ऑक्शन हाउस के मुताबिक, पिछले कुछ सालों से चीनी खरीदारों ने ऐतिहासिक कलाकृतियों को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है.