फर्जी जज को पकड़ने पुलिस ने अपनाया नायाब तरीका, शादी का विज्ञापन दे ठग को फंसाया उसी के जाल में

यूपी के लखनऊ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक की वकालत नहीं चली तो ठगी का अनोखा तरीका निकाल लिया। युवक ने जज बनकर बकायदा अखबारों में एड देकर तलाकशुदा और अमीर महिलाओं को ठगने लगा। लखनऊ की हज़रत गंज पुलिस ने फर्जी जज बनकर महिलाओं को फंसाने वाले शख्स को गिरफ्तार (Police caught fake judge) किया है।
जो अकेली तन्हा महिलाओं को शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करता, फिर अश्लील वीडियो बनाकर उनको ब्लैक मेल करता था। जालसाज ने पुलिस को बताया कि उसके निशाने पर शादी का विज्ञापन देने वाली तलाकशुदा व विधवा महिलाएं ही रहती थीं।
वकालत न चली तो फर्जी जज बनकर महिलाओं से करने लगा ठगी
लखनऊ की DCP मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि आरोपी विष्णु शंकर गुप्ता महिलाओं का वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देकर लाखों रुपए वसूलता था। जिसको गिरफ्तार कर लिया गया है, आरोपी कानपुर के नवाबगंज इलाके का रहने वाला है। गिरफ्तार आरोपी पेशे से वकील है, लेकिन वकालत में सफलता नहीं मिली तो ठगी पर उतर आया। आरोपी के खिलाफ महिलाओं ने हजतरगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। विष्णु शंकर पर आरोप था कि खुद को जज बताकर उन्हें कॉल करता था। शादी करने का प्रस्ताव देता था। प्यार मोहब्बत की बातें करके कई महीनों तक होटल व रेस्टोरेंट में मुलाकात करता था। बाद में शारीरिक शोषण करके वीडियो बना लेता था।
15 से 20 महिलाओं से ठगी कर चुका है आरोपी
पुलिस की पूछताछ में विष्णु शंकर गुप्ता ने बताया कि वह पेशे से वकील है और उसकी वकालत की प्रैक्टिस अच्छी नहीं चलती थी। इसके चलते उसने पेपर में इस तरह के ऐड देखकर महिलाओं को ठगने का प्लान तैयार किया था। चूंकि अकेली और तन्हा महिलाएं आसानी से झांसे में आ जाती थी। आरोपी ने कबूल किया कि वो अब तक 15 से 20 महिलाओं से ठगी कर चुका है। आरोपी ने बताया कि वह खुद को जज बताता था। साथ ही महिलाओं को शादी का झांसा देकर अपने जाल में फंसाता था।
पुलिस को विष्णु शंकर ने बताया कि सरकारी नौकरी करने वाली महिलाओं के वॉट्सएप नंबर पर संपर्क करता। धीरे-धीरे उन्हें अपने प्यार के जाल में फंसाता फिर शादी का झांसा दिखा उन महिलाओं से घर और महंगी गाडियों को खरीदने के लिए पैंस ऐंठ लेता।
शादी का विज्ञापन निकाल पुलिस ने पकड़ा शातिर ठग को
पुलिस ने बताया कि विष्णु शंकर ने LLB किया है उसे जज कैसे काम करते हैं इसकी जानकारी थी। डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने उसी की तरह चाल चली। विष्णु शंकर गुप्ता महिलाओं को फंसाने के लिए जिस तरह से अखबार में ऐड देकर जाल में फंसाता था। ठीक वैसे ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए अखबार में झूठा विज्ञापन दिया। कुछ ही दिनों बाद आरोपी विष्णु शंकर ने विज्ञापन देखकर नंबर पर फोन कर दिया। पुलिस ने एक महिला से आरोपी की शिनाख्त कराई और फिर उसे गिरफ्तार (Police caught fake judge) कर लिया।
आरोपी पर अलग अलग थानों में पांच मुकदमे हैं दर्ज
पुलिस ने आरोपी के पास से चार लाख रुपए बरामद किए है। इसके अलावा 4 मोबाइल फोन, 6 फर्जी मोहर और सोना चांदी के आभूषण भी मिले हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी विष्णु शंकर गुप्ता का पत्नी से तलाक हो चुका है। अपनी पत्नी और ससुराल वालों को फंसाने के लिए खुद के अपहरण की झूठी कहानी रची थी। इस मामले में विष्णु शंकर के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था। वहीं पिछले साल कानपुर बार एसोसिएशन ने विष्णु को डी-बार कर दिया था। साथ ही आजीवन सदस्यता रद्द कर दी थी। विष्णु शंकर गुप्ता पर अलग अलग थानों में पांच मुकदमे दर्ज हैं।