नहाने के बाद चली गई महिला के आंखों की रोशनी, इस छोटी सी गलती के चलते हमेशा के लिए हो गई अंधी

आजकल चश्में के विकल्प के रूप में लोग कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल काफी कर रहे हैं। वैसे फैशन के लिहाज से तो ये कूल लगता है, पर अगर आंखों की सुरक्षा के लिहाज से देखा जाए तो कई बार ये खतरनाक भी साबित होता है। खासतौर पर अगर सही ढंग से कॉन्टेक्ट लेंस की रख-रखाव न की जाए तो इसके चलते कई बार आँखों को रोशनी जाने के खतरा भी हो सकता है। हाल में ही कुछ ऐसा ही हुआ है एक महिला के साथ, जिसे कॉन्टेक्ट लेंस के चलते (contact lens infection) अपनी आंखों की रोशनी से हमेशा के लिए हाथ धोना पड़ा।
नहाने के दौरान हुई छोटी सी लापरवाही पड़ गई भारी
दरअसल, ये हादसा हुआ है इंगलैंड में रहने वाली 54 साल की मैरी मेसन के साथ जो लंबे वक्त से अपने आंखों में कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल करती थी लेकिन एक रोज मैरी की छोटी सी गलती उस पर भारी पड़ गई। असल में उस रोज मैरी अपनी लेंस पहने हुए नहाने की चली गईं और तभी नहाने के दौरान पानी में मौजूद माइक्रोस्कोपिक अमीबा उनकी आंख के कॉर्निया और कॉन्टेक्ट लेंस के बीच फंस गया। इसके चलते मैरी को Acanthamoeba keratitis नाम का रेयर इंफेक्शन हो गया, जोकि सूक्ष्म फ्री-लिविंग जीव के कारण होता है।
तीन बार ऑपरेशन के बाद नहीं मिला लाभ तो निकालनी पड़ी आंखें
इस संक्रमण के चलते धीर-धीरे मैरी के आंखो की रोशनी कम होते चली गई, ऐसे में जब मैरी ने डाक्टर से संपर्क किया तो उन्हें इस संक्रमण (contact lens infection) का पता चला। लेकिन तब तक बहुत देर हो चली थी, ऐसे में मेडिकेशन के दौरान मैरी को कई तीन बार ऑपरेशन की प्रकिया से जूझना पड़ा, जिसमें उनकी आंखों में कॉर्निया ट्रांसप्लांट किया गया। पर इस सबके बावजूद मैरी को कोई लाभ नहीं मिला और आखिर में उनकी आंखें निकालनी ही पड़ी।
ऐसे में इस पूरी प्रकिया के चलते अपनी जॉब से भी हाथ धोना पड़ा, ऐसे में अब मैरी दूसरे लोगों को कॉन्टेक्ट लैंस को लेकर सावधानी बरतने की सलाह देती है। मैरी का कहना है कि जब कोई व्यक्ति कॉन्टेक्ट लैंस का इस्तेमाल कर रहा है तो उसे इसके लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने चाहिए। वहीं कॉन्टेक्ट लैंस कंपनी को भी इसके पैकेंजिग पर आवश्यक चेतावनी लिखनी चाहिए ताकी इसके यूजर्स को किसी तरह का जोखिम न उठाना पड़े।