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कितनी भी खड़ूस सास हो, ये तरीके अपनाओगे तो नहीं होगी लड़ाई, मां बेटी जैसे प्यार से रहोगे

सास और बहू दो ऐसे प्राणी है जिनकी आपस में कभी नहीं बनती है। एक लड़की जब भी शादी के बाद ससुराल जाती है तो उसे हमेशा यही चिंता सताती है कि उसकी अपनी सांस के साथ बनेगी या नहीं। अधिकतर मामलों में यही देखा जाता है कि सास और बहू में नोकझोंक होती रहती है। इनके लड़ाई झगड़े आज नहीं तो कल शुरू जरूर होते हैं।

इस कारण होता है सास–बहू में झगड़ा

इन लड़ाई झगड़ों के पीछे कई वजह होती है। जैसे बहू ससुराल के नए माहौल में एडजस्ट नहीं कर पाती है। उसे वहां के तौर तरीके और नियम कायदे प्रसन्न नहीं आते हैं। इसी तरह सास कभी बहू की लाइफ स्टाइल और स्वभाव के साथ एडजस्ट करने में काफी दिक्कत आती है। दोनों के सोच और विचारों में भी बड़ा अंतर होता है। इसके अलावा नए माहौल में नए लोगों के साथ मिसअंडरस्टैंडिंग भी होती रहती है।

एक सांस की आखिर अपनी बहू से क्यों नहीं बनती है। इसके पीछे एक साइकोलॉजिकल कारण भी होता है। बहू के घर आने से सांस के मन में एक असुरक्षा की भावना पैदा हो जाती है। उन्हें डर होता है कि अब उनके बेटे की जिंदगी में उनकी जगह बहू ले लेगी। अब उसे अपने बेटे को बांटना पड़ेगा। बहू क्या है के बाद सांस की जिंदगी में कई बदलाव होते हैं। उसे इस बात का डर भी सताता है कि बहू उसे अपने बेटे से दूर कर देगी।

ऐसे सुधारें सास के साथ रिश्ते

1. कई बार कुछ गलतफहमी के चलते भी बिना मतलब लड़ाई झगड़ा हो जाता है। जैसे यदि आपको किसी विशेष चीज का बुरा लगा है तो जरूरी नहीं वह बात सांस को पता हो। ऐसे में आप उनसे डायरेक्टली इस बारे में बात कर सकते हैं। उन्हें अपनी पसंद और नापसंद के बारे में बता सकते हैं। इससे वह आपको समझेंगी और आइंदा ऐसी कोई चीज नहीं करेंगी जिससे आपका दिल दुखे।

2. एक सास हमेशा इज्जत की भूखी की होती है। बड़े बुजुर्गों को अक्सर मान सम्मान की आस रहती है। इसलिए आप हर सिचुएशन में उनके साथ अच्छे से पेश आएं। भले आप का लड़ाई झगड़ा हो जाए लेकिन इसके बावजूद उनसे विनम्रता से बात करें और उन्हें पूरा मान सम्मान दें। ऐसा करने पर उनके मन में आपके प्रति भी विनम्र भावना जरूर जागेगी।

3. अपनी सास के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश करें। उनके साथ कुछ ऐसी एक्टिविटीज करें जो उन्हें पसंद हो। जैसे कहीं बाहर घूमने फिरने जाना, शॉपिंग करना, लंच या डिनर पर जाना, साथ में कोई टीवी शो या फिल्म देखना इत्यादि। इससे आप दोनों के बीच की दूरियां कम होगी और आप सास बहू के साथ-साथ अच्छे दोस्त भी बन जाएंगे।

4. सास को उनके बेटे से दूर करने की कोशिश ना करें। उन दोनों को भी थोड़ी प्राइवेसी दें। उन दोनों के मामलों में बीच में ना बोलें। अपने पति से सांस की बुराई ना करें। सांसे भी पति की बुराई ना करें। ऐसा कर आप किसी की भी आंख में नहीं खटकेंगी और आपके सब से रिश्ते अच्छे रहेंगे।

5. सांस के साथ जो भी समस्या हो वह उनसे डायरेक्टरी और प्यार से सुलझाएं। किसी तीसरे को इसमें शामिल ना करें। यदि आप किसी और से सास की बुराई करेंगी या उनसे कुछ काम करवाने को कहेंगी तो इससे रिश्ते और भी बिगड़ जाएंगे। इसलिए जो भी बात है आमने-सामने सांसे करें।

6. कभी-कभी सांस का नेचर थोड़ा अलग होता है। आपको खुद को उनके नेचर के अनुसार ढालना होगा। उनकी हर बात को दिल से लगाना छोड़ना होगा। चीजों को हल्के में लेना होगा। कई बार अपना दिल बड़ा रखना होगा। फिर देखिए कैसे आप उनके साथ अच्छे से मिलजुल कर रहती हैं।

7. गुस्सा सबसे बुरी चीज होती है। इसमें हम बिना सोचे समझे बहुत कुछ उल्टा सीधा बोल देते हैं। इसलिए अपने गुस्से पर काबू करना सीखिए। हमेशा विनम्र रहिए और किसी को कोई अपशब्द ना कहिए।

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