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युवक से भीख मंगवाने तोड़े हाथ-पैर, तेजाब डाल किया अंधा, भिखारी गैंग का खौफनाक सच आया सामने

देशभर में भिखारियों की कमी नहीं है। जब भी हम किसी पब्लिक प्लेस पर जाते हैं तो हमे ये भिखारी हाथ फैलाए दिख जाते हैं। इनमें से कुछ अंधे या अपाहिज भी होते हैं। हम भी इन पर दया करते हुए इन्हें कुछ पैसे दे देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हो सकता है आपने जिस अंधे या अपाहिज को पैसे दिए वह पहले सामान्य इंसान हुआ करता था। लेकिन भिखारी गैंग के लीडर ने उसे जबरन ऐसा बना दिया ताकि ज्यादा पैसे भीख में मिल सके।

नौकरी का झांसा देकर भिखारी गैंग को बेचा

दरअसल उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां नौबस्ता रवींद्र नगर में रहने वाले 30 वर्षीय सुरेश मांझी ने जो कहानी सुनाई उसे सुन पुलिस भी दंग रह गई। सुरेश काफी समय से नौकरी की तलाश में था। उसके एक परिचित पिंक बिल्डिंग निवासी विजय मखरिया ने उसे नौकरी का झांसा देकर किडनैप कर लिया। फिर उसे एक भिखारी गैंग के लीडर को बेच दिया। इसके बाद जो हुआ वह बड़ा दर्दनाक था।

विजय ने नौकरी का लालच देकर सुरेश को करीब 6 महीने पर झकरकटी पुल के नीचे बंधक बनाया था। वह उसे शहर से दूर ले गया था। सुरेश के अचानक गायब होने से परिजन चिंता में आ गए थे। काफी खोजबीन के बावजूद सुरेश का कोई पता नहीं चला था। उधर विजय ने सुरेश को 70 हजार रुपये में भिखारी गैंग के लीडर को बेच दिया था। इस गैंग के पास जाने के बाद से यातनाओं का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ जो किसी पत्थर दिल इंसान को भी रुला देगा।

भीख मंगवाने के लिए तोड़े हाथ-पैर, किया अंधा

, सुरेश मांझी पर भिखारी गैंग ने बहुत जुल्म ढाए। उसे भिखारी बनाने के लिए उसके हाथ पैर के पंजे तोड़ दिए गए। यहां तक कि उसकी आँखों में तेजाब डालकर उसे अंधा तक कर दिया। उसके शरीर को भी दागा गया। हालांकि इससे सुरेश की तबीयत बिगड़ने लगी। गैंग लीडर को लगा कि अब इसकी मौत हो जाएगी। तो उसे सुरेश को दो-तीन महीने पहले आरोपी विजय के हवाले कर फिर से कानपुर भेज दिया।

हालांकि सुरेश की दिक्कतें यहीं खत्म नहीं हुई। यहां कानपुर आकर भी विजय ने उससे शहर में भीख मंगवाना शुरू कर दिया। वह सुरेश को भूखा प्यासा रखता। वह तो किसी राहगीर की मदद से सुरेश जैसे तैसे अपने घर वापस लौटा। सुरेश के परिजन उसे इस हालत में देखकर हैरान रह गए। इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली उसकी पूरी कहानी थी। फिर परिजनों ने बिना समय गवाय नौबस्ता पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई।

इस पूरे मामले पर डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने कहा कि इस मामले में हमने तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। केस की नाच के लिए एक टीम का गठन भी किया गया है। जैसे ही आरोपी गिरफ्त में आते हैं उनके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह पूरा मामला अब शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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