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लड़ाई में जाने से पहले विक्रम बत्रा ने खून से भरी थी प्रेमिका की मांग, आज तक प्रेमिका है कुंवारी

कैप्टन विक्रम बत्रा एक ऐसे वीर जवान हैं जिन्होंने साल 1999 के कारगिल के युद्ध में अपने सर्वोच्च नेतृत्व के चलते पूरे देश के साथ आर्मी का नाम भी रोशन किया था। देश में ऐसे बहुत ही कम लोग होते हैं जो अपनी जान न्योछावर करने के लिए तैयार रहते हैं। उन्हीं लोगों में से एक विक्रम बत्रा थे। कैप्टन विक्रम बत्रा ने 24 वर्ष की आयु में भारत के लिए साहस का एक ऐसा उदाहरण स्थापित किया जिसे अभी तक भुलाया नहीं जा सका है और ना ही कभी बुलाया जाएगा

आपको बता दें कि भारत हर वर्ष 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाता है। साल 1999 के दिन पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना में जीत का परचम लहराया था। पूरे 22 साल भारत की जीत के हो चुके हैं इस अवसर पर आम से लेकर ख़ास तक सभी ने युद्ध में अमर हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसी बीच कारगिल युद्ध के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा के जज्बे और साहस को लोग आज भी याद करते हैं। आज हम आपको शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा से जुड़ा हुआ एक किस्सा बताने वाले हैं, जो आपका दिल छू लेगा।

आपको बता दें कि कारगिल युद्ध के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन पर आधारित फिल्म “शेरशाह” बहुत जल्द रिलीज होने जा रही है। इस फिल्म में अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी मुख्य किरदार में नजर आएंगे परंतु शायद ही किसी को इस बात का पता होगा कि कारगिल के युद्ध में जाने से पहले शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा अपनी प्रेमिका की मांग खून से भर कर गए थे। एक इंटरव्यू के दौरान शहीद विक्रम बत्रा की गर्लफ्रेंड डिंपल चीमा ने इस बात का खुलासा किया था।

एक मीडिया इंटरव्यू के दौरान शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की प्रेमिका डिंपल चीमा ने यह बताया था कि “साल 1995 में पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में विक्रम बत्रा के साथ उनकी पहली मुलाकात हुई थी।” उन्होंने बताया कि दोनों ने ही M.A इंग्लिश में एडमिशन लिया था। पढ़ाई करते हुए विक्रम बत्रा का सिलेक्शन आर्मी में हो गया और वह ट्रेनिंग के लिए इंडियन मिलिट्री अकादमी देहरादून चले गए थे, जिसके कारण से दोनों ही अपनी ग्रेजुएशन पूरी नहीं कर पाए थे।

डिंपल ने आगे बताया कि जब विक्रम बत्रा का सिलेक्शन आर्मी में हुआ तो उनका रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत हो गया था। उन्होंने बताया कि “कारगिल युद्ध पर जाने से पहले वह विक्रम बत्रा से मिली थीं। वह दोनों गुरुद्वारे में निशान साहिब की परिक्रमा कर रहे थे। वह आगे थीं और उनके पीछे विक्रम चल रहे थे।

डिंपल ने आगे बताया कि “जैसे ही परिक्रमा पूरी की। विक्रम ने उनका दुपट्टा पकड़ा और कहा बधाई हो “मिसेज बत्रा।” डिंपल ने देखा कि विक्रम के हाथ में उनके दुपट्टे का एक छोर था, फिर एक बार जब डिंपल विक्रम से मिलीं तो उन्होंने शादी का जिक्र किया था। डिंपल ने आगे बताया कि “तभी विक्रम ने अपने वॉलेट में रखी हुई ब्लेड निकाली और उसे अंगूठे पर चला दिया। उनके अंगूठे से खून बहने लगा था। तभी विक्रम ने अपने खून से उनकी मांग भर दी थी। उन्होंने आगे बताया कि दोनों ने ही यह तय कर लिया था कि कारगिल से लौटने के बाद दोनों विवाह कर लेंगे।

जब विक्रम बत्रा ने डिंपल के साथ ये मुलाकात की तो वह अपनी अपनी ड्यूटी पर वापस चले गए थे। 7 जुलाई 1999 को कैप्टन विक्रम बत्रा अपनी डेल्टा कंपनी के साथ प्वाइंट 5140 पर कब्जा करने के लिए आगे बढ़ रहे थे और वह अपनी कंपनी के साथ पहले ही 4750 और 4875 पर कब्जा कर चुके थे। जैसे ही वह 5140 के पास पहुंचे तभी गोलीबारी शुरू हो गई जिसमें विक्रम बत्रा शहीद हो गए थे। जब विक्रम बत्रा की शहादत की खबर उनकी प्रेमिका डिंपल चीमा ने सुनी तो वह पूरी तरह से टूट गई थीं।

कैप्टन विक्रम बत्रा की प्रेमिका डिंपल चीमा बहुत बहादुर थीं और उन्होंने बड़ी ही हिम्मत दिखाई। इस मुश्किल समय में उन्होंने किसी तरह खुद को संभाल लिया। आज कैप्टन विक्रम बत्रा डिंपल की जिंदगी से काफी दूर चले गए हैं परंतु वह विक्रम बत्रा की यादों में अपनी जिंदगी जी रही हैं। आपको बता दें कि आज तक डिंपल चीमा ने कहीं भी शादी नहीं की है।

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