मिथुन चक्रवर्ती की तरह इन 6 सितारों का भी किया अपमान, रंगभेद के कारण झेलनी पड़ी शर्मिंदगी

हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। मिथुन चक्रवर्ती को फैंस ‘दादा’ के नाम से भी जानते हैं। आज भी मिथुन चक्रवर्ती की फैन फॉलोइंग जबरदस्त है। हालांकि मिथुन चक्रवर्ती ने इंडस्ट्री में बड़ा मुकाम हासिल करने के लिए कई संघर्षों का सामना किया। हाल ही में मिथुन चक्रवर्ती रियलिटी सिंगिंग शो ‘सारेगामापा लिटिल चैंप्स’ में पहुंचे जहां पर उन्होंने अपने जीवन में आई कठिनाइयों को साझा किया।
साथ ही बताया कि उनकी त्वचा के काले रंग की वजह से उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ी। लोगों ने उनका अपमान किया और कई जगह से बाहर कर दिया। हालांकि मिथुन दा कोई पहले कलाकार नहीं है जो रंगभेद के शिकार हुए है। इंडस्ट्री में ऐसे कई कलाकार है जिन्हें इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। तो आइए जानते हैं कौन है वो सितारें?
रेखा
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम है हिंदी सिनेमा की खूबसूरत अदाकारा रेखा जी का। आज रेखा किसी पहचान की मोहताज नहीं है बल्कि फैंस उनकी एक झलक देखने के लिए बेकरार रहते है। रेखा जहां भी जाती है वहां खुशनुमा माहौल बना देती है, लेकिन रेखा ने भी अपने करियर में कई तरह की दिक्कतों का सामना किया।
रेखा ने जब अपने करियर की शुरुआत की थी तो लोग उन्हें ‘काली’ कहकर बुलाते थे। इतना ही नहीं बल्कि कई लोगों ने उनका मजाक तक भी बनाया। लेकिन धीरे-धीरे रेखा ने खुद को इस तरह से बना लिया कि लोग आज उनकी खूबसूरती देखते ही रह जाते हैं। बल्कि यूं कहे कि, रेखा आज जिस भी इवेंट में शामिल होती है उसमें चार चाँद लगा देती है।
अजय देवगन
बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता अजय देवगन भी अपने सांवले रंग की वजह से मजाक का पात्र बन चुके हैं। अजय ने ‘फूल और कांटे’ से अपने करियर की शुरुआत की थी लेकिन लोगों ने उनके काले रंग की वजह से उनका खूब मजाक उडाया। ऐसे में उन्होंने तय कर लिया था कि वह इंडस्ट्री छोड़ देना चाहते हैं। हालांकि कुछ फिल्मों में काम करने के बाद अजय पॉपुलर हो गए।
इसके बाद उन्होंने कहा था कि, “अगर आपका काम अच्छा है और आपकी पर्सनैलिटी लोगों को नजर आती है। पर्सनैलिटी लुक वाइज नहीं होती है, इसमें शामिल होता है कि आप खुद को किस तरह रखते हैं और आप किस तरह के हैं।”
प्रियंका चोपड़ा
बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक में राज करने वाली मशहूर एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। बता दें, प्रियंका चोपड़ा ने 2000 में मिस वर्ल्ड का खिताब जीता था लेकिन मिस वर्ल्ड बनने के बावजूद प्रियंका को कई लोग ‘काली’ कहकर चिढ़ाया करते थे लेकिन आज वह हॉलीवुड की दुनिया में भी राज कर रही है।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी
बता दे नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी उन अभिनेताओं की लिस्ट में शामिल है जो रंगभेद का शिकार हुए हैं। जब नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने करियर की शुरुआत की थी तो कई लोगों ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया था। एक इंटरव्यू के दौरान नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा था कि, “मुझे कई सालों तक केवल इसलिए रिजेक्ट कर दिया गया, क्योंकि मैं छोटा हूं और मैं सांवला दिखता हूं।
अगर ये सब चीजें खत्म हो जाएंगी तो शायद हम अच्छा सिनेमा बना सकते हैं। अब इस बात को लेकर शिकायत नहीं कर सकता, क्योंकि मैं अपनी जगह बना चुका हूं, लेकिन मैं यह बात उन कलाकारों के लिए जरूर रख सकता हूं, जो आज भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं, क्योंकि वे असल में शानदार हैं और मेहनती भी हैं।”
नंदिता दास
नंदिता दास ने भी अपने करियर में कई दिक्कतों का सामना किया है और इनमें से एक दिक्कत उनका रंग भी था क्योंकि लोग उन्हें ‘काली’ कहकर बुलाते थे। एक इंटरव्यू के दौरान खुद नंदिता दास ने अपने साथ हुए रवैया का खुलासा किया था। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि फिल्मी और गानों में भी केवल गोरे रंग की ही बात की जाती है। एक्ट्रेस ने कहा था कि, “रंगभेद को बढ़ावा देने में बॉलीवुड के गानों का भरपूर योगदान है।
अक्सर गानों के बोल गोरे रंग की ओर ही इशारा करते हैं। गानों में कलाइयां हमेशा गोरी ही रही हैं। गोरा रंग काला न पड़ जाए, गोरे रंग पे ना इतना गुमान कर, गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा जैसे गीतों से लेकर चिट्टियां कलाइयां वे तक ऐसे कई गीत हैं, जिसे सुनकर लोगों के जेहन में खूबसूरती की परिभाषा केवल गोरा रंग होकर रह गई है।”
बिपाशा बसु
इस लिस्ट में बॉलीवुड इंडस्ट्री की जानी मानी एक्ट्रेस बिपाशा बासु का नाम भी शामिल है। एक इंटरव्यू में बिपाशा ने लिखा था कि, “जब कोलकाता में पहली बार सुपर मॉडल का कॉन्टेस्ट जीता और न्यूज पेपर में छपा कि कोलकाता की सांवली लड़की बनी विनर, तो मैं हैरान रह गई कि सांवला रंग मेरी विशेषता कैसे हो सकती है?
जब मैंने मॉडलिंग में करियर की शुरुआत की, तब मुझे एहसास हुआ कि मेरे सांवले रंग को काफी पसंद किया जा रहा है और मुझे ज्यादा काम और अटेंशन मिली। जब मेरी पहली फिल्म ‘अजनबी’ आई और लोगों ने पसंद किया तब समझ में आया कि रंग रूप कोई मायने नहीं रखता है।”